क्या है प्रदीप मंडल और उसके साइबर अपराधियों की कहानी? जानिए कैसे एक वेब सीरीज ने उजागर किया जामताड़ा के कुख्यात अपराध

झारखंड के जामताड़ा जिले के मिरगा गांव के साइबर अपराधियों को कोर्ट ने पांच साल की सजा सुनाई है। जानिए प्रदीप मंडल की कहानी, जिस पर आधारित वेब सीरीज 'जामताड़ा' भी बनी है।

Jul 24, 2024 - 10:17
 0
क्या है प्रदीप मंडल और उसके साइबर अपराधियों की कहानी? जानिए कैसे एक वेब सीरीज ने उजागर किया जामताड़ा के कुख्यात अपराध
क्या है प्रदीप मंडल और उसके साइबर अपराधियों की कहानी? जानिए कैसे एक वेब सीरीज ने उजागर किया जामताड़ा के कुख्यात अपराध

क्या है प्रदीप मंडल और उसके साइबर अपराधियों की कहानी? जानिए कैसे एक वेब सीरीज ने उजागर किया जामताड़ा के कुख्यात अपराध

झारखंड के जामताड़ा जिले के मिरगा गांव से ताल्लुक रखने वाले चर्चित साइबर अपराधी प्रदीप मंडल और उसके पिता सहित कुल पांच साइबर अपराधियों को पीएमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत ने पांच-पांच साल की सजा सुनाई है। अदालत ने साथ ही प्रत्येक दोषी पर ढाई-ढाई लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। दोषियों में प्रदीप मंडल, उसके पिता गणेश मंडल, संतोष मंडल, उसके पुत्र पिंटू मंडल और अंकुश कुमार मंडल शामिल हैं।

साइबर अपराध और उनकी सजा:

इन अभियुक्तों पर फर्जी पते पर सिम कार्ड लेने और बैंक अधिकारी बनकर लोगों को कॉल करके साइबर अपराध करने का आरोप है। कोर्ट ने चार अभियुक्तों को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में बंद रखा है, जबकि अंकुश मंडल देवघर जेल में बंद है। इन सभी को शनिवार को अदालत ने दोषी करार दिया था।

वेब सीरीज 'जामताड़ा' की कहानी:

प्रदीप मंडल की कहानी ने न केवल न्यायालय में बल्कि डिजिटल दुनिया में भी सुर्खियां बटोरी। उनके अपराधों पर आधारित वेब सीरीज 'जामताड़ा' ने इस मामले को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर किया और दर्शकों को यह दिखाया कि कैसे छोटे से गांव के लोग बड़े पैमाने पर साइबर अपराध करते हैं।

ईडी की कार्रवाई:

इस मामले में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने साइबर अपराध की कमाई से जुड़ी करीब 85 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति को जब्त किया है। यह दिखाता है कि साइबर अपराध से अर्जित संपत्ति को भी कानूनी कार्रवाई के तहत जब्त किया जा सकता है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।