PMCH पटना में संकट: डॉक्टरों ने पहन लिया काला बैंड, कहा- अब नहीं करेंगे सस्ता इलाज!
PMCH पटना के इंटर्न डॉक्टरों ने ₹20,000 स्टाइपेंड के खिलाफ काले बैंड पहनकर विरोध किया। डॉक्टरों ने ₹40,000 स्टाइपेंड की माँग रखी और चेतावनी दी कि अगर माँगें नहीं मानी गईं तो ओपीडी सेवाएँ ठप हो सकती हैं।

पटना, 22 अगस्त 2025 : पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) के इंटर्न डॉक्टरों ने आज काले बैंड पहनकर शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराया। उनकी मांग है कि वर्तमान में दिए जा रहे बहुत कम स्टाइपेंड को बढ़ाया जाए।
वर्तमान में बिहार के इंटर्न डॉक्टरों को ₹20,000 प्रतिमाह (यानी करीब ₹650 प्रतिदिन) दिया जा रहा है। यह राशि लगभग दिहाड़ी मज़दूरों की कमाई के बराबर है। महँगाई के इस दौर में यह रकम उनके जीविकोपार्जन के लिए नाकाफी है। इंटर्न्स का कहना है कि यह राशि उनके श्रम, समय और जिम्मेदारियों के अनुरूप नहीं है।
इंटर्न डॉक्टरों की मुख्य माँग:
इंटर्न्स ने सरकार से ₹40,000 प्रतिमाह स्टाइपेंड की माँग की है ताकि उन्हें उचित सम्मान और आर्थिक सुरक्षा मिल सके।
अन्य राज्यों से तुलना:
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पश्चिम बंगाल: ₹43,000/माह
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ओडिशा: ₹40,000/माह
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IGIMS पटना: ₹32,000/माह
स्पष्ट है कि बिहार के इंटर्न डॉक्टर अन्य राज्यों की तुलना में बेहद कम स्टाइपेंड पर काम कर रहे हैं।
सरकार की चुप्पी और इंटर्न्स की चेतावनी
डॉक्टरों ने बताया कि उन्होंने कई बार माननीय स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिवालय को पत्र लिखकर अपनी समस्याएँ रखीं, लेकिन अब तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
इंटर्न्स ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी जायज़ माँगों को नज़रअंदाज़ किया गया, तो यह शांतिपूर्ण विरोध आगे चलकर ओपीडी सेवाओं के बहिष्कार में बदल सकता है। ऐसे हालात पूरे राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर असर डाल सकते हैं।
सरकार से अपील
युवा डॉक्टरों ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि उनकी स्थिति को गंभीरता से समझा जाए और जल्द से जल्द स्टाइपेंड को अन्य राज्यों की तर्ज़ पर संशोधित किया जाए।
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