पटना, 21 अगस्त 2025: बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पश्चिमी चम्पारण के शिकारपुर थाना में तैनात पुलिस अवर निरीक्षक प्रीति कुमारी और उनके दलाल अर्जुन सोनी को 12,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस महानिदेशक जितेंद्र सिंह गंगवार के नेतृत्व में 20 अगस्त 2025 को की गई, जो वर्ष 2025 में ब्यूरो की 53वीं ट्रैप कार्रवाई है।
शिकायतकर्ता फिरोज कौसर, निवासी मलदहिया, शिकारपुर, ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में शिकायत दर्ज की थी कि प्रीति कुमारी शिकारपुर थाना कांड संख्या 791/25 में मदद के लिए रिश्वत मांग रही थीं। शिकायत के सत्यापन के बाद, पुलिस उपाधीक्षक पवन कुमार के नेतृत्व में एक विशेष धावादल गठित किया गया। इस दल ने शिकारपुर थाना के पास प्रीति कुमारी के किराए के आवास के बाहर दोनों आरोपियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस महानिदेशक जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि इस वर्ष ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के खिलाफ 63 प्राथमिकियां दर्ज की हैं, जिनमें 60 अभियुक्तों को रंगे हाथ पकड़ा गया और कुल 19,19,000 रुपये की रिश्वत बरामद की गई। उन्होंने कहा, “निगरानी अन्वेषण ब्यूरो भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के साथ काम कर रहा है। हमारी यह कार्रवाई समाज में ईमानदारी और पारदर्शिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम है।”ब्यूरो ने आम जनता से अपील की है कि वे भ्रष्टाचार की शिकायत बेझिझक दर्ज करें।
इसके लिए लैंडलाइन नंबर (0612-2215033, 2215030, 2215032, 2215036, 2215037, 2999752) और हेल्पलाइन नंबर (0612-2215344, 7765953261) पर संपर्क किया जा सकता है। गिरफ्तार आरोपियों को मुजफ्फरपुर के विशेष निगरानी न्यायालय में पेश किया जाएगा, और आगे की जांच जारी है।यह कार्रवाई बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो जनता में विश्वास जगाने और प्रशासन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।