Government Upgrades: PAN 2.0 ने भारत में करदाता सेवाओं में क्रांति
पैन 2.0 के बारे में सब कुछ जानें, जो करदाता सेवाओं को सरल बनाने और ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन की गई भारत की स्थायी खाता संख्या प्रणाली में नवीनतम अपग्रेड है। इसकी विशेषताओं, निःशुल्क अपडेट और क्यूआर कोड एकीकरण के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
PAN 2.0: भारत में टैक्सपेयर सर्विस का डिजिटल युग
नई दिल्ली: टैक्सपेयर की सुविधा को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने PAN 2.0 लॉन्च किया है। पर्मानेंट अकाउंट नंबर (PAN) की इस नई प्रणाली का उद्देश्य मौजूदा PAN/TAN सिस्टम को पूरी तरह से आधुनिक बनाना है। यह डिजिटल इंडिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो पेपरलेस प्रक्रियाओं और एकीकृत सेवाओं पर आधारित है। आइए जानते हैं PAN 2.0 के बारे में पूरी जानकारी।
PAN 2.0 एक ई-गवर्नेंस प्रोजेक्ट है, जिसका उद्देश्य टेक्नोलॉजी का उपयोग करके टैक्सपेयर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को सरल बनाना है। अब तक PAN संबंधित सेवाएं तीन अलग-अलग पोर्टल्स (e-Filing Portal, UTIITSL Portal, और Protean e-Gov Portal) पर उपलब्ध थीं। PAN 2.0 के तहत सभी सेवाओं को आयकर विभाग के एकीकृत पोर्टल पर लाया जाएगा।
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सिंगल पोर्टल सुविधा: अब PAN/TAN की सभी सेवाएं एक ही पोर्टल पर उपलब्ध होंगी, जैसे कि आवंटन, अपडेट, सुधार, PAN सत्यापन, आधार-PAN लिंकिंग, और e-PAN डाउनलोड।
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पेपरलेस प्रक्रिया:
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PAN अपडेट/सुधार की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन और मुफ्त होगी।
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e-PAN सीधे रजिस्टर्ड ईमेल आईडी पर भेजा जाएगा।
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फ्री सुधार सुविधा: मौजूदा PAN धारक अपने नाम, जन्मतिथि, ईमेल, मोबाइल नंबर, और पते जैसी जानकारी को बिना किसी शुल्क के अपडेट कर सकते हैं।
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QR कोड इंटीग्रेशन:
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QR कोड फीचर 2017 से लागू है और PAN 2.0 में इसे और भी उन्नत किया गया है।
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QR कोड से PAN और संबंधित जानकारी की तुरंत सत्यापन प्रक्रिया संभव होगी।
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फिजिकल PAN कार्ड:
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फिजिकल PAN कार्ड प्राप्त करने के लिए घरेलू डिलीवरी का शुल्क ₹50 और अंतर्राष्ट्रीय डिलीवरी के लिए ₹15 + पोस्टल चार्ज देना होगा।
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कॉमन बिज़नेस आईडेंटिफायर: Union Budget 2023 के तहत, PAN को डिजिटल सिस्टम्स में एक कॉमन बिज़नेस आईडेंटिफायर के रूप में उपयोग करने का प्रस्ताव रखा गया है।
QR कोड फीचर से PAN कार्ड की जानकारी की सत्यापन प्रक्रिया बेहद आसान हो जाएगी। PAN कार्ड का QR कोड स्कैन करते ही कार्ड धारक की फोटो, सिग्नेचर, नाम, माता-पिता का नाम और जन्मतिथि जैसी जानकारी तुरंत स्क्रीन पर दिखेगी।
PAN 2.0 में QR कोड को और बेहतर बनाया गया है, जो वास्तविक समय में अपडेटेड जानकारी प्रदर्शित करेगा।
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तेजी और सुविधा:
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सभी सेवाओं का एक पोर्टल पर होना प्रक्रिया को तेज और सरल बनाएगा।
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यूजर्स को अलग-अलग पोर्टल्स पर जाने की जरूरत नहीं होगी।
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फ्री सेवाएं:
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PAN सुधार, अपडेट और e-PAN डाउनलोड जैसी सेवाएं मुफ्त में उपलब्ध होंगी।
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सस्टेनेबल और इको-फ्रेंडली: पेपरलेस प्रक्रिया पर्यावरण के लिए बेहतर है।
PAN धारक PAN 2.0 के तहत आधार आधारित ऑनलाइन प्रक्रिया का उपयोग करके आसानी से अपना मोबाइल नंबर, ईमेल और पता अपडेट कर सकते हैं। इसके लिए निम्नलिखित लिंक पर जाएं:
हाँ, मौजूदा PAN कार्ड वैध रहेगा। यदि PAN धारक अपने कार्ड में कोई अपडेट/सुधार नहीं कराना चाहते हैं, तो उन्हें कुछ भी करने की जरूरत नहीं है।
PAN कार्ड प्रणाली 1972 में शुरू हुई थी, लेकिन इसे आधिकारिक तौर पर 1995 में एक राष्ट्रीय डेटाबेस के रूप में लागू किया गया। तब से लेकर अब तक PAN का उपयोग सिर्फ टैक्स फाइलिंग तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बैंकिंग, निवेश, और सरकारी योजनाओं में भी अनिवार्य हो गया है।
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