दुनिया भर में बढ़ रहे मंकीपॉक्स के मामलों ने मचाई हलचल, जानिए कैसे कर सकते हैं बचाव

दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहे मंकीपॉक्स के मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। जानें कैसे करें इस वायरस से बचाव और किन उपायों से रह सकते हैं सुरक्षित।

Aug 20, 2024 - 17:04
दुनिया भर में बढ़ रहे मंकीपॉक्स के मामलों ने मचाई हलचल, जानिए कैसे कर सकते हैं बचाव
दुनिया भर में बढ़ रहे मंकीपॉक्स के मामलों ने मचाई हलचल, जानिए कैसे कर सकते हैं बचाव

दुनिया भर में मंकीपॉक्स (Mpox) के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि ने वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय को चिंतित कर दिया है। पहले केवल मध्य और पश्चिम अफ्रीका में पाए जाने वाला यह वायरस अब यूरोप, अमेरिका, और एशिया के कुछ हिस्सों में भी फैल चुका है। इस अप्रत्याशित प्रसार के पीछे अंतरराष्ट्रीय यात्रा, संक्रमित लोगों के साथ निकट संपर्क, और संभवतः वायरस में हुए कुछ बदलाव कारण बताए जा रहे हैं।

मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित व्यक्ति में चेचक जैसे लक्षण दिखते हैं, हालांकि यह बीमारी आमतौर पर कम गंभीर होती है। मंकीपॉक्स संक्रमित व्यक्ति की त्वचा, घावों, शारीरिक तरल पदार्थों, या दूषित सामग्रियों के संपर्क में आने से फैलता है। बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य संगठनों ने चेतावनी जारी की है और निगरानी एवं टीकाकरण प्रयासों को तेज करने की आवश्यकता पर जोर दिया है, विशेषकर उन लोगों में जो उच्च जोखिम वाली श्रेणियों में आते हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अगर मंकीपॉक्स का प्रसार इसी तरह जारी रहा तो यह वायरस अधिक व्यापक और स्थायी समस्या बन सकता है, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां चेचक के टीकाकरण को बंद कर दिया गया है। चेचक के टीके से कुछ हद तक मंकीपॉक्स से भी सुरक्षा मिलती है। वायरस को नियंत्रित करने के लिए जागरूकता बढ़ाने, जांच की क्षमताओं में सुधार करने, और वैक्सीन और इलाज तक पहुंच सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

विनायक अस्पताल, द्वारका की वरिष्ठ परामर्शदाता, डॉ. शिखा बंसल के अनुसार, मंकीपॉक्स से बचाव के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:

  1. संक्रमित लोगों के साथ निकट संपर्क से बचें: मंकीपॉक्स मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति की त्वचा, घावों या शारीरिक तरल पदार्थों के संपर्क में आने से फैलता है। यदि किसी व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण, जैसे रैश, बुखार या सूजी हुई लिम्फ नोड्स हैं, तो उसके साथ निकट शारीरिक संपर्क से बचें।

  2. व्यक्तिगत वस्त्र साझा न करें: तौलिए, बिस्तर और कपड़ों जैसी वस्तुओं के माध्यम से भी वायरस फैल सकता है। इन वस्त्रों को दूसरों के साथ साझा करने से बचें, विशेषकर अगर वे मंकीपॉक्स से संक्रमित हो सकते हैं या हो चुके हैं।

  3. संदिग्ध वाहक जानवरों का अधपका मांस न खाएं: मंकीपॉक्स संक्रमित जानवरों के संपर्क से भी फैल सकता है, विशेषकर कुछ कृंतक और प्राइमेट्स जो इस वायरस के वाहक हो सकते हैं। इन जानवरों के अधपके मांस का सेवन करने से बचें।

  4. लक्षणों को नजरअंदाज न करें: यदि आपको मंकीपॉक्स के लक्षण, जैसे रैश, बुखार, या सूजी हुई लिम्फ नोड्स महसूस होते हैं, तो इन्हें नजरअंदाज न करें। तुरंत चिकित्सा परामर्श लें ताकि आपकी स्थिति गंभीर न हो और वायरस दूसरों तक न फैले।

  5. स्थानिक क्षेत्रों में वन्यजीवों को न छुएं: यदि आप उन क्षेत्रों में हैं जहां मंकीपॉक्स स्थानिक है, तो विशेषकर बीमार या मृत जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें।

  6. टीकाकरण में देरी न करें यदि सिफारिश की गई हो: कुछ मामलों में, यदि आप उच्च जोखिम में हैं, तो टीकाकरण की सिफारिश की जा सकती है। टीकाकरण में देरी करने या इसे नजरअंदाज करने से आपके इस वायरस से संक्रमित होने का जोखिम बढ़ सकता है।

मंकीपॉक्स का प्रसार रोकने के लिए सावधानी और जागरूकता अत्यंत आवश्यक है। दुनिया भर में स्वास्थ्य संगठन इसे नियंत्रित करने के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन व्यक्तिगत स्तर पर भी सावधानियां बरतना जरूरी है। अपनी सुरक्षा के लिए इन उपायों का पालन करें और स्वस्थ रहें।

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।