Jamshedpur Crime: फिरोज-अफजल की फिल्मी लूटकांड, पुलिस ने ट्रेन में पकड़ा शातिर बदमाश
जमशेदपुर के हाता स्थित पेट्रोल पंप और रायरंगपुर की शराब दुकान लूटकांड में शामिल जल्ला फिरोज, अफजल और छोटकू को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। पुलिस ने ट्रेन में पकड़ा, जबकि सारिक फरार है।
जमशेदपुर के पोटका क्षेत्र के हाता स्थित पेट्रोल पंप में हुई लूटकांड की घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया है। इस लूटकांड में मुख्य आरोपी जल्ला फिरोज को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। वहीं, उसके साथी अफजल और छोटकू को ओडिशा के रायरंगपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इस केस में पुलिस ने जल्ला फिरोज के पास से लूट में इस्तेमाल पिस्तौल और मोटरसाइकिल भी बरामद की है।
अपराधियों का गैंग: जल्ला फिरोज, अफजल, छोटकू और सारिक
पुलिस के अनुसार, यह लूटकांड सिर्फ पेट्रोल पंप तक सीमित नहीं था। हाता की घटना के बाद गैंग ने ओडिशा के रायरंगपुर में शराब की दुकान में भी लूटपाट की। इस दौरान अफजल और सारिक ने शराब दुकानदार पर फायरिंग भी की, जिससे पूरा मामला और गंभीर हो गया। इस गैंग में मो. युनूस और छोटकू भी शामिल थे, जो पकड़े जा चुके हैं। वहीं, शातिर बदमाश सारिक उर्फ घेघा अभी भी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
फिल्मी अंदाज में ट्रेन से पकड़ा गया जल्ला फिरोज
एक दिलचस्प बात यह है कि लूटकांड के बाद आरोपियों ने कपाली क्षेत्र में जमकर पार्टी की। इसके बाद सभी खड़गपुर भाग गए। पुलिस ने खड़गपुर पहुंचकर उनका पीछा किया और ट्रेन में घुसकर जल्ला फिरोज को चाकुलिया स्टेशन पर पकड़ लिया। लेकिन सारिक, अफजल, छोटकू और युनूस पुलिस को चकमा देकर वहां से भाग निकले। बाद में युनूस को गिरफ्तार कर लिया गया और उसकी निशानदेही पर अफजल व छोटकू को भी पकड़ लिया गया।
पुलिस की कड़ी कार्रवाई और आगे की जांच
पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों को ओडिशा पुलिस के सुपुर्द कर दिया है और उनसे रिमांड पर कड़ी पूछताछ की जाएगी। एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि इस मामले में सभी फरार आरोपियों की तलाश जारी है। साथ ही फायरिंग में इस्तेमाल हुए हथियार की भी खोज चल रही है।
इतिहास में लूटपाट की घटनाएं और अब की जांच
जमशेदपुर और आसपास के इलाकों में लूट-फिरौती की घटनाएं पिछले वर्षों से लगातार बढ़ रही हैं। खासकर पेट्रोल पंप और शराब दुकानों को निशाना बनाना अपराधियों की रणनीति बन गई है। पुलिस की सक्रियता और जनता की सतर्कता से ही ऐसे मामलों को रोका जा सकता है।
क्या है इस लूटकांड की सच्चाई?
पुलिस की पूछताछ में जल्ला फिरोज ने बताया कि रायरंगपुर में शराब दुकान पर हुई फायरिंग अफजल और सारिक ने की थी। इसके बाद वे सब कपाली वापस आए और पार्टी मनाई। लेकिन क्या यही अंत है? या फिर सारिक जैसे फरार शातिर बदमाश की गिरफ्तारी के बाद इस गैंग की असली कहानी सामने आएगी?
जमशेदपुर-ओडिशा के सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय ये गैंग कई बड़े मामलों में शामिल पाया गया है। पुलिस की कोशिशों से अपराधियों को जेल भेजा गया है, लेकिन अब भी कई नाम फरार हैं। जनता से अपील की गई है कि ऐसे संदिग्धों की सूचना पुलिस को तुरंत दें।
आने वाले दिनों में इस केस की जांच में और खुलासे होने की संभावना है, जो पूरे क्षेत्र के लिए सुरक्षा और न्याय की उम्मीद जगा सकते हैं।
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