डेंगू के खिलाफ जिला प्रशासन का कड़ा कदम: क्या आप भी शामिल हैं इस जागरूकता अभियान में?

पूर्वी सिंहभूम में डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक जागरूकता अभियान और एंटी लार्वा छिड़काव अभियान चलाया है। जानिए कैसे आप भी इस मुहिम का हिस्सा बन सकते हैं।

Jul 23, 2024 - 21:00
डेंगू के खिलाफ जिला प्रशासन का कड़ा कदम: क्या आप भी शामिल हैं इस जागरूकता अभियान में?
डेंगू के खिलाफ जिला प्रशासन का कड़ा कदम: क्या आप भी शामिल हैं इस जागरूकता अभियान में?

डेंगू के खिलाफ जिला प्रशासन का कड़ा कदम: क्या आप भी शामिल हैं इस जागरूकता अभियान में?

जमशेदपुर: मच्छर जनित बीमारियों को रोकने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत हैं। मंगलवार को विभिन्न क्षेत्रों में डेंगू को लेकर जागरूकता अभियान के साथ-साथ एंटी लार्वा छिड़काव भी किया गया। इस अभियान के तहत मानगो और जुगसलाई क्षेत्रों में कुल 409 घरों की जांच की गई, जिसमें 15 घरों में डेंगू के लार्वा पाए गए। इसके अलावा, 5138 कंटेनरों की जांच की गई, जिसमें 31 कंटेनरों में डेंगू के लार्वा मिले और उन्हें तुरंत नष्ट कर दिया गया।

सिविल सर्जन डॉक्टर जुझार मांझी ने बताया कि इस अभियान में सभी की सहभागिता बेहद जरूरी है। पूर्वी सिंहभूम जिले में अब तक कुल आठ डेंगू मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।

जागरूकता अभियान में शामिल होने के लिए आप क्या कर सकते हैं?

  1. अपने घर की सफाई रखें: घर में कहीं भी पानी जमा न होने दें, खासकर गमलों, कूलर और अन्य कंटेनरों में।
  2. नियमित जांच करें: अपने आसपास के क्षेत्रों की नियमित रूप से जांच करें और किसी भी लार्वा की स्थिति में तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें।
  3. समुदाय में जागरूकता फैलाएं: अपने पड़ोसियों और समुदाय के लोगों को डेंगू और अन्य मच्छर जनित बीमारियों के बारे में जागरूक करें।
  4. सरकारी अभियानों में सहभागिता करें: जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित जागरूकता अभियानों और एंटी लार्वा छिड़काव अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लें।

डॉक्टर जुझार मांझी ने कहा, "डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। यदि हम सब मिलकर काम करें, तो इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है।"

डेंगू के खिलाफ इस जंग में आप भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और अपने परिवार और समुदाय को सुरक्षित रखें।

क्या आप तैयार हैं इस जागरूकता अभियान का हिस्सा बनने के लिए?

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।