Jamshedpur Protest: कांग्रेस का अल्टीमेटम! मोहरदा जल योजना में सुधार नहीं हुआ तो होगा महाघेराव
जमशेदपुर में मोहरदा जलापूर्ति योजना की खामियों पर कांग्रेस ने उठाई आवाज, चेतावनी दी—अगर जल्द सुधार नहीं हुआ तो जेएनएसी और जुस्को कार्यालय का होगा महाघेराव।

जमशेदपुर की जल संकट समस्या एक बार फिर सुर्ख़ियों में है, और इस बार कांग्रेस पार्टी ने इसे लेकर आर-पार की लड़ाई का एलान कर दिया है। मोहरदा जलापूर्ति योजना की लंबी खामियों और लापरवाही को लेकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है—अगर सुधार नहीं हुआ, तो जेएनएसी और जुस्को का होगा अनिश्चितकालीन महाघेराव।
शुक्रवार को जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति (JNAC) के उप नगर आयुक्त कृष्ण कुमार की अध्यक्षता में एक त्रिपक्षीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में जुस्को हेड मोहरदा जलापूर्ति अभिषेक दुबे, कांग्रेस जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे एवं उनकी टीम शामिल रहे। बैठक का मकसद था—जनता से जुड़े जल संकट के गंभीर मुद्दों का समाधान खोजना।
इस बैठक में दुबे ने पांच बड़े बिंदुओं को प्रमुखता से उठाया:
1. मनमाना कनेक्शन शुल्क:
दुबे ने कहा कि पाइपलाइन दूर बताकर आम जनता से अनर्गल राशि की मांग की जा रही है। इस पर सहमति बनी कि जहां पाइपलाइन नहीं पहुंची है, वहां सर्वे कर पाइप बिछाया जाएगा ताकि कम शुल्क में कनेक्शन मिल सके।
2. पानी की गुणवत्ता पर सवाल:
सप्लाई का पानी गंदा और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। अधिकारियों ने माना कि नालों में सीधा गंदा पानी गिरने से समस्या हो रही है। जल्द ही फिल्टर प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू होगी। साथ ही, जुस्को को निर्देश दिया गया है कि वह क्षेत्र का विस्तृत सर्वे कर पानी की गुणवत्ता सुधारने का काम करे।
3. बीपीएल परिवारों को मुफ्त कनेक्शन:
दुबे ने सुझाव दिया कि जिन गरीबों के पास बीपीएल कार्ड नहीं है, पर वे वास्तव में गरीब हैं, उन्हें मुफ्त कनेक्शन दिया जाए। अधिकारियों ने संयुक्त टीम बनाकर ऐसे परिवारों का सर्वे कर मुफ्त कनेक्शन देने का आश्वासन दिया।
4. कनेक्शन में देरी से जनता नाराज़:
दुबे ने बताया कि पेमेंट करने के बावजूद तीन-चार महीने तक कनेक्शन नहीं मिल रहे। इस पर उप नगर आयुक्त ने 30 दिनों के भीतर कनेक्शन देने का लिखित आदेश जारी करने का निर्देश दिया।
5. ड्राई जोन का मुद्दा:
लाल भट्टा, बाबूडीह और ग्वाला बस्ती जैसे इलाके जहां बोरिंग फेल हो चुका है, वहां पाइपलाइन बिछाने का कार्य बहुत धीमा है। इस पर अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि तेजी से काम शुरू होगा और जल्द ही पानी हर घर पहुंचेगा।
इस पूरे घटनाक्रम की पृष्ठभूमि देखें तो मोहरदा जलापूर्ति योजना शुरू से ही विवादों में रही है। सालों से जनता पाइपलाइन की उम्मीद में है, लेकिन असलियत में उन्हें गंदा या कोई पानी नहीं मिल रहा। ऐसे में अब कांग्रेस का आंदोलन, प्रशासन और जुस्को के लिए एक राजनीतिक चेतावनी बन गया है।
जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे ने स्पष्ट शब्दों में कहा—"अगर समय रहते समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो हम बाध्य होकर जेएनएसी और जुस्को के कार्यालय का महाघेराव करेंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।"
बैठक में अन्य नेताओं की भी सक्रिय भागीदारी रही, जिनमें प्रमुख रूप से अतुल गुप्ता, सामंता कुमार, सनी सिंह, विनोद यादव, गुरु पदो गोराई, राजेश चौधरी और अन्य नेता शामिल रहे।
यह आंदोलन न केवल मोहरदा, बल्कि पूरे जमशेदपुर के लिए एक संदेश है—अब जनता को उनके हक का शुद्ध पानी दिलाने की लड़ाई जोर पकड़ चुकी है। जनता की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि अधिकारी वादों को कब हकीकत में बदलते हैं।
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