Hindu Jagran Manch: जमशेदपुर में स्वामी विवेकानंद की जयंती पर युवा दिवस का आयोजन, युवाओं को दी गई राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा!
हिंदू जागरण मंच ने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर युवा दिवस मनाया, जहां युवाओं को उनके आदर्शों से प्रेरित करने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संदेश दिया गया।
जमशेदपुर: हिंदू जागरण मंच द्वारा स्वामी विवेकानंद की जयंती पर हो-समाज भवन में भव्य रूप से युवा दिवस का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को स्वामी विवेकानंद के आदर्शों से प्रेरित करना और उन्हें राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने के लिए प्रेरित करना था।
स्वामी विवेकानंद का योगदान:
स्वामी विवेकानंद, जिनका जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था, भारतीय समाज के महान विचारक और संत रहे हैं। उनके विचार आज भी लाखों युवाओं के दिलों में प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं। वे न केवल भारतीय संस्कृति के महान प्रवक्ता थे, बल्कि उन्होंने युवाओं में आत्मविश्वास और आदर्श के साथ समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संदेश दिया। स्वामी विवेकानंद ने हमेशा यह कहा, "उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।" यह उद्धरण आज भी लाखों लोगों के जीवन में एक दिशा देने का काम करता है।
युवा दिवस के आयोजन का उद्देश्य:
युवा दिवस के इस आयोजन में हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष बलवीर कुमार ने अपने संबोधन में कहा, "स्वामी विवेकानंद ने भारतीय संस्कृति और युवाओं को नई दिशा देने का काम किया। उनके आदर्श आज भी हमें राष्ट्र निर्माण में प्रेरित करते हैं।" उनका यह संदेश युवाओं को यह याद दिलाने के लिए था कि वे केवल अपनी शक्ति को पहचानें, बल्कि समाज और राष्ट्र की सेवा में अपने योगदान को महत्वपूर्ण बनाएं।
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति:
इस कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिनमें आजसू के जिला प्रवक्ता अप्पू तिवारी, बारीडीह मंडल के पूर्व अध्यक्ष संतोष ठाकुर, रमन सिंह, गोलमुरी मंडल के पूर्व अध्यक्ष प्रोबिर चटर्जी राणा, गोलमुरी मंडल भाजपा के अध्यक्ष पप्पू उपाध्याय, नागेश राव, नवीन तिवारी आदि शामिल थे। इन सभी ने स्वामी विवेकानंद के विचारों की महत्ता और उनके योगदान पर प्रकाश डाला और युवाओं को उनके आदर्शों पर चलने का आह्वान किया।
स्वामी विवेकानंद के विचारों पर आधारित कार्यक्रम:
इस आयोजन के दौरान मंच ने युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों पर चलने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संदेश दिया। मंच के आयोजकों का मानना था कि अगर युवा शक्ति एकजुट हो जाए तो वह समाज में बदलाव ला सकती है। इसलिए इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को जागरूक करना और उन्हें प्रेरित करना था ताकि वे समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें।
समाज में सकारात्मक बदलाव का संदेश:
स्वामी विवेकानंद के विचारों ने हमेशा समाज के प्रत्येक वर्ग को जागरूक करने का काम किया। उनका मानना था कि जब तक समाज में बदलाव नहीं आएगा, तब तक राष्ट्र की प्रगति संभव नहीं है। यही संदेश इस युवा दिवस के कार्यक्रम में दिया गया कि युवाओं को अपनी शक्ति का सही उपयोग करना चाहिए और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए मेहनत करनी चाहिए।
हिंदू जागरण मंच का यह आयोजन न केवल स्वामी विवेकानंद के विचारों को युवाओं तक पहुंचाने का एक प्रयास था, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में भी एक कदम था। स्वामी विवेकानंद का जीवन हमें यह सिखाता है कि अगर हम अपने आदर्शों और लक्ष्य के प्रति समर्पित रहते हैं, तो कोई भी शक्ति हमें हमारे लक्ष्य तक पहुंचने से नहीं रोक सकती। इस युवा दिवस पर यह प्रेरणा लेना और उसे अपने जीवन में उतारना हम सभी के लिए एक मार्गदर्शन साबित हो सकता है।
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