Jharkhand Politics: झामुमो ने नई केंद्रीय कार्यकारिणी का किया ऐलान, जानिए कौन-कौन बने बड़े चेहरे!
झारखंड की सत्ताधारी झामुमो पार्टी ने अपनी केंद्रीय कार्यकारिणी का ऐलान कर दिया है, जिसमें कई नए चेहरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। पढ़ें इस बारे में विस्तार से!

झारखंड की राजनीति में एक नया मोड़ आया है, जब सत्ताधारी झामुमो (झारखंड मुक्ति मोर्चा) ने अपनी केंद्रीय कार्यकारिणी का ऐलान किया। इस नई कार्यकारिणी में कई नए चेहरे नजर आए हैं, जिनमें कोल्हान क्षेत्र के कई नेताओं को अहम पद दिए गए हैं। यह घोषणा हाल ही में हुए 13वें केंद्रीय महाधिवेशन में की गई, जिसमें नई कमेटी को मंजूरी दी गई। इस बार झामुमो ने अपनी पार्टी को और मजबूत बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जो राज्य की राजनीति में हलचल मचा सकते हैं।
किसे मिला क्या पद?
इस कार्यकारिणी में झामुमो के संस्थापक शिबू सोरेन को पार्टी का 'संस्थापक संरक्षक' बनाया गया है, जबकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया है। यह फैसला पार्टी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे झामुमो के भीतर नेतृत्व का एक नया रूप उभरकर सामने आया है।
झामुमो के कार्यकारिणी में कई अनुभवी और युवा नेताओं को जगह दी गई है, जो पार्टी की दिशा और नेतृत्व को आगे बढ़ाएंगे। सिंहभूम की सांसद जोबा मांझी को पार्टी का महासचिव नियुक्त किया गया है, वहीं उनके विधायक बेटे जगत मांझी को कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया है। इन बदलावों से साफ है कि झामुमो युवाओं और अनुभवी नेताओं का मिश्रण बना रहा है।
कोल्हान क्षेत्र की बढ़ती ताकत
नई कार्यकारिणी में कोल्हान क्षेत्र के कई नेताओं को प्रमुख जिम्मेदारी दी गई है। ईंचागढ़ की विधायक सविता महतो को उपाध्यक्ष और बहरागोड़ा के विधायक समीर मोहंती को सचिव बनाया गया है। पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी को प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा, चाईबासा से विधायक दीपक बिरुआ और खरसावां के विधायक दशरथ गगराई को कार्यकारिणी सदस्य के तौर पर नियुक्त किया गया है। इन नियुक्तियों से यह स्पष्ट होता है कि झामुमो कोल्हान क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने की दिशा में काम कर रहा है।
नेतृत्व में बदलाव, रणनीतिक दृष्टिकोण
झामुमो की इस नई कार्यकारिणी में कुछ बड़े नामों को प्रमुख पद दिए गए हैं। उपाध्यक्ष के तौर पर विधायक नलीन सोरेन, प्रोफेसर स्टीफन मरांडी, और गुरुजी शिबू सोरेन की पत्नी और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मां रुपी सोरेन को जगह दी गई है। महासचिव के तौर पर फागु बेसरा और मिथलेश ठाकुर जैसे वरिष्ठ नेताओं को नियुक्त किया गया है।
इसके अलावा, कार्यकारिणी के अन्य सदस्यों में कई नए चेहरों को मौका दिया गया है, जिनमें विधायक, सांसद, और पूर्व मंत्री शामिल हैं। यह बदलाव झामुमो के लिए एक रणनीतिक कदम है, जो पार्टी को नई दिशा में ले जाने की कोशिश में है।
विकसित होती झामुमो की केंद्रीय कार्यकारिणी
यह नई कार्यकारिणी झामुमो के लिए एक अहम मोड़ साबित हो सकती है। पार्टी ने अपने आंतरिक सुधारों को लागू करते हुए एक मजबूत नेतृत्व का निर्माण किया है, जो न केवल वर्तमान सरकार को सहयोग करेगा, बल्कि झारखंड की राजनीति में अगले कुछ वर्षों तक अपनी स्थिति मजबूत रखने के लिए तैयार है।
इस नयी कार्यकारिणी के गठन से यह साफ हो गया है कि झामुमो अब सिर्फ झारखंड की राजनीति में ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए पूरी तरह तैयार है। पार्टी ने न केवल अनुभवी नेताओं को शामिल किया है, बल्कि युवाओं को भी जिम्मेदारी दी है, ताकि झामुमो को लेकर नई ऊर्जा और दिशा मिल सके।
यह बदलाव पार्टी के भीतर एक नई सोच और कार्यशैली का प्रतीक है, जिससे आने वाले समय में झामुमो राज्य की राजनीति में और अधिक प्रभावी भूमिका निभा सकता है।
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