बाबर खान का बड़ा सियासी कदम: जेएमएम छोड़ AIMIM से लड़ेंगे चुनाव, जमशेदपुर पश्चिम में बढ़ेगी चुनावी जंग

झारखंड की सियासत में हलचल! झामुमो के दिग्गज नेता बाबर खान जेएमएम छोड़कर AIMIM से लड़ सकते हैं चुनाव। जानें कैसे जमशेदपुर पश्चिम में उनके उतरने से गठबंधन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

Oct 1, 2024 - 11:11
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बाबर खान का बड़ा सियासी कदम: जेएमएम छोड़ AIMIM से लड़ेंगे चुनाव, जमशेदपुर पश्चिम में बढ़ेगी चुनावी जंग
बाबर खान का बड़ा सियासी कदम: जेएमएम छोड़ AIMIM से लड़ेंगे चुनाव, जमशेदपुर पश्चिम में बढ़ेगी चुनावी जंग

जमशेदपुर: झारखंड की सियासत में हलचल तेज हो गई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कद्दावर नेता बाबर खान, जिन्होंने पार्टी की सेवा में 30 साल बिताए हैं, अब जेएमएम छोड़कर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (AIMIM) का दामन थामने की तैयारी कर रहे हैं। इस खबर ने जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक माहौल गर्म कर दिया है, जहां बाबर खान AIMIM के टिकट से चुनाव लड़ सकते हैं।

झारखंड के सियासी समीकरण में बड़ा बदलाव?

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गुरुजी के साथ अक्सर तस्वीरों में नजर आने वाले बाबर खान ने जेएमएम के प्रति अपनी वफादारी दिखाई थी, लेकिन सूत्रों के अनुसार, वे अब पार्टी छोड़ने का मन बना चुके हैं। जमशेदपुर पश्चिम से AIMIM की टिकट पर चुनाव लड़ने का फैसला कांग्रेस पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है, क्योंकि इस क्षेत्र से वर्तमान विधायक बन्ना गुप्ता कांग्रेस के प्रमुख चेहरे हैं।

विशेष समुदाय पर पकड़ का असर

बाबर खान की जमशेदपुर पश्चिम क्षेत्र में विशेष समुदाय के बीच मजबूत पकड़ मानी जाती है। वे अक्सर इस समुदाय के मुद्दों को उठाते रहे हैं और उनके लिए काम करते आए हैं। अगर वे AIMIM के टिकट से चुनाव लड़ते हैं, तो कांग्रेस को इस क्षेत्र में वोटों के विभाजन का बड़ा खतरा हो सकता है। बाबर खान का यह कदम झारखंड की राजनीति में नया समीकरण तैयार कर सकता है और गठबंधन को मजबूती देने वाली कांग्रेस को कमजोर बना सकता है।

चुनावी तैयारी और संभावनाएं

मिली जानकारी के अनुसार, बाबर खान पहले से ही चुनावी तैयारी में जुटे थे। वे विभिन्न जगहों पर जाकर लोगों से मुलाकात कर रहे थे और उन्हें अपनी योजनाओं और दृष्टिकोण के बारे में बता रहे थे। कल बाबर खान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं, जिसमें वे अपने जेएमएम से इस्तीफे का औपचारिक ऐलान करेंगे और आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।

बाबर खान का चुनावी मैदान में उतरना क्यों है खास?

बाबर खान का AIMIM से जुड़ना और चुनाव लड़ना सिर्फ उनके राजनीतिक करियर का एक नया अध्याय नहीं है, बल्कि यह झारखंड की सियासत में बड़ा बदलाव ला सकता है। खासकर जमशेदपुर पश्चिम जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में जहां जाति, धर्म और समुदाय के समीकरण महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बाबर खान का AIMIM के साथ आना, जहां ओवैसी की पार्टी राज्य में अपनी पकड़ बनाने का प्रयास कर रही है, एक बड़ा सियासी संदेश है। इससे न केवल कांग्रेस और जेएमएम को नुकसान हो सकता है बल्कि राज्य में मुस्लिम वोट बैंक पर भी बड़ा असर पड़ सकता है।

आगे क्या होगा?

अब सभी की निगाहें कल की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर टिकी हैं, जहां बाबर खान अपने अगले कदम की घोषणा करेंगे। अगर बाबर खान AIMIM से चुनाव लड़ने का ऐलान करते हैं, तो झारखंड विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर पश्चिम क्षेत्र का मुकाबला बेहद रोचक और चुनौतीपूर्ण हो सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि बाबर खान की इस नई राजनीतिक रणनीति का अन्य पार्टियों और गठबंधन पर क्या प्रभाव पड़ता है।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।