War Drill : भारत-पाक तनाव के बीच देशभर में मॉक ड्रिल का अलर्ट: क्या युद्ध की तैयारी कर रहा है भारत?
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच गृह मंत्रालय ने मॉक ड्रिल का आदेश क्यों दिया है? क्या यह युद्ध की तैयारी का संकेत है? जानिए पूरी खबर।

भारत-पाक तनाव के बीच मॉक ड्रिल का आदेश, कई राज्यों में ब्लैकआउट और हवाई हमले की तैयारी
नई दिल्ली – भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के बीच एक बड़ा कदम उठाया गया है। गृह मंत्रालय ने 7 मई को देश के कई राज्यों में मॉक ड्रिल (नकली युद्धाभ्यास) आयोजित करने का आदेश जारी किया है। यह फैसला उस समय आया है जब 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 25 पर्यटकों सहित 26 नागरिकों की हत्या हुई थी।
पंजाब के फिरोजपुर में पहले से ही एक ब्लैकआउट रिहर्सल हो चुकी है, जहां रविवार को आधे घंटे तक पूरे शहर को अंधेरे में डुबो दिया गया। इस ब्लैकआउट रिहर्सल ने जनता और अधिकारियों को युद्ध की आशंका में सतर्क कर दिया है।
गृह मंत्रालय की तैयारी: मॉक ड्रिल में क्या-क्या होगा?
सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्रालय द्वारा निर्देशित मॉक ड्रिल में कई गंभीर कदम उठाए जाएंगे:
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हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाए जाएंगे।
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नागरिकों और छात्रों को आपातकालीन स्थिति में खुद को कैसे बचाएं, इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी।
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महत्वपूर्ण संयंत्रों और प्रतिष्ठानों को तुरंत छिपाने के उपाय किए जाएंगे।
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क्रैश ब्लैकआउट तकनीकें अपनाई जाएंगी।
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निकासी योजना को अपडेट किया जाएगा और उसका अभ्यास भी कराया जाएगा।
फिरोजपुर में ब्लैकआउट रिहर्सल: 30 मिनट तक छाया रहा अंधेरा
रविवार को रात 9 बजे से 9:30 बजे तक पंजाब के फिरोजपुर में पूरी तरह से ब्लैकआउट किया गया। सेना की छावनी और आसपास के क्षेत्रों में सभी लाइटें बंद कर दी गईं। स्थानीय प्रशासन ने निवासियों को चेताया था कि इस दौरान किसी भी प्रकार की इन्वर्टर या जनरेटर लाइट बाहर न दिखे।
सेना और प्रशासन ने लाउडस्पीकर से पहले ही ऐलान कर दिया था कि यह अभ्यास युद्ध की मौजूदा धमकियों के मद्देनजर किया जा रहा है। छावनी अधिकारियों ने डिप्टी कमिश्नर को लिखे पत्र में कहा कि इस अभ्यास का उद्देश्य युद्धकालीन स्थिति में ब्लैकआउट प्रक्रिया को प्रभावी ढंग से लागू करना है।
क्या भारत युद्ध की तैयारी कर रहा है?
भारत की ओर से इस प्रकार की सैन्य और नागरिक सुरक्षा अभ्यासों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह सिर्फ एक सामान्य तैयारी है या भारत किसी बड़ी प्रतिक्रिया की ओर बढ़ रहा है?
हालिया पहलगाम हमले के बाद भारत में जनता और सुरक्षा एजेंसियों में गुस्सा और चिंता दोनों ही देखी जा रही है। गृह मंत्रालय के इस आदेश से साफ है कि केंद्र सरकार किसी भी स्थिति के लिए देश को तैयार रखना चाहती है।
नागरिकों को क्या करना चाहिए?
अगर आपके राज्य में मॉक ड्रिल का आयोजन हो रहा है, तो यह जरूरी है कि:
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आप प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
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बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं।
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अफवाहों से बचें और केवल सरकारी सूत्रों पर विश्वास करें।
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ब्लैकआउट के दौरान अनावश्यक बिजली उपकरणों का प्रयोग न करें।
निष्कर्ष
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव भले ही राजनीतिक मंच पर हो, लेकिन ज़मीनी तैयारी युद्ध जैसी होती जा रही है। मॉक ड्रिल, ब्लैकआउट रिहर्सल और नागरिक सुरक्षा अभ्यास यह इशारा कर रहे हैं कि भारत किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहता है।
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