Prayagraj Murder: शराबी बेटे ने मां से मांगे पैसे, मना किया तो कर डाली दिल दहला देने वाली हत्या!
प्रयागराज के असरफपुर गांव में एक शराबी बेटे ने शराब के लिए पैसे न मिलने पर अपनी ही मां को लाठी से पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है। एक शराबी बेटे ने जब अपनी मां से शराब पीने के लिए पैसे मांगे और मां ने इनकार कर दिया, तो बेटे ने अपनी ही मां को बेरहमी से मार डाला। यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि सामाजिक पतन और पारिवारिक ताने-बाने की दरारों का भयावह चित्र भी है।
कब, कहां और कैसे हुआ हादसा?
यह दर्दनाक घटना प्रयागराज के पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के असरफपुर गांव की है। गांव के निवासी चंद्रपाल की 55 वर्षीय पत्नी लीलावती अपने घर में अपने बड़े बेटे अंजीस के साथ मौजूद थीं। अंजीस, जो पिछले कई सालों से शराब का आदी था, उस रात भी शराब पीना चाहता था।
शाम ढलते ही अंजीस ने अपनी मां से शराब के लिए पैसे मांगे। लेकिन मां लीलावती, जो वर्षों से बेटे की आदतों से परेशान थीं, ने इस बार साफ मना कर दिया। यह इनकार अंजीस को इतना नागवार गुज़रा कि उसने पास रखी लाठी उठाकर अपनी मां पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया।
घटनास्थल पर ही तोड़ी मां ने दम
पिटाई इतनी बेरहमी से की गई कि लीलावती को बचने तक का मौका नहीं मिला। लाठी के वार सीधे सिर पर लगे और लीलावती ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जब तक पड़ोसी कुछ समझ पाते, सब कुछ खत्म हो चुका था।
गांव में हड़कंप मच गया। लोग दौड़ते हुए घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी गई। कुछ ही समय में पूरामुफ्ती थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी बेटे अंजीस को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया।
अतीत से भी भरा था अंजीस का हिंसक इतिहास
यह पहली बार नहीं था जब अंजीस ने घर में हिंसा की थी। जानकारी के मुताबिक, 10 साल पहले उसकी पत्नी भी उसकी शराबखोरी और मारपीट से परेशान होकर उसे छोड़कर मायके चली गई थी। तब से ही वह अपनी मां और छोटे भाई रंजीत के साथ रहता था। आए दिन गाली-गलौज और हिंसा की घटनाएं घर में होती रहती थीं, लेकिन इस बार उसने सारी हदें पार कर दीं।
शराब की लत या इंसानियत की हार?
यह घटना सिर्फ एक घरेलू विवाद नहीं, बल्कि शराब की लत से बर्बाद होते परिवारों की एक डरावनी मिसाल है। उत्तर प्रदेश ही नहीं, भारत के कई हिस्सों में शराब की लत से न जाने कितने घर उजड़ चुके हैं। घरेलू हिंसा, मानसिक तनाव और सामाजिक अलगाव, सबका मूल कहीं न कहीं इसी लत में छिपा है।
सरकारी योजनाएं और जागरूकता अभियान चलाने के बावजूद, ग्रामीण इलाकों में शराब की आसानी से उपलब्धता और सामाजिक जागरूकता की कमी अब भी ऐसी घटनाओं को जन्म दे रही है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी अंजीस को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। थाना प्रभारी मनोज सिंह ने बताया कि "घटना के बाद तुरंत कार्रवाई की गई है और आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मामले में आगे की जांच जारी है।"
प्रयागराज की यह घटना हर उस परिवार के लिए चेतावनी है जो किसी सदस्य की शराब की आदत को नज़रअंदाज़ कर देता है। यह सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि एक मां की ममता, एक परिवार की बुनियाद और समाज के धैर्य पर पड़ा गहरा घाव है।
क्या इस घटना से समाज कुछ सीखेगा?
या फिर ऐसी घटनाएं हमारी संवेदनशीलता को धीरे-धीरे खत्म करती रहेंगी?
इस सवाल का जवाब हमें खुद ढूंढना होगा, और जल्द ही।
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