Jharkhand Weather: झारखंड में प्रचंड गर्मी के बाद अब बदलने वाला है मौसम का मिजाज, अलर्ट में आया पूरा राज्य!
झारखंड में 26 अप्रैल से मौसम बदलने की संभावना है। तेज हवाएं, गरज और बारिश के साथ आंधी-तूफान की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।

झारखंड के लोगों के लिए राहत की खबर है! अप्रैल की झुलसती गर्मी और उमस के बीच अब मौसम करवट लेने को तैयार है। 26 अप्रैल से राज्यभर में तेज हवाओं, गरज और संभावित बारिश के साथ मौसम ठंडा हो सकता है, जो फिलहाल तपती गर्मी से जूझ रहे लोगों के लिए उम्मीद की एक ठंडी सांस जैसा है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 26 अप्रैल से 1 मई तक पूरे झारखंड में मौसम में जबरदस्त बदलाव देखा जा सकता है। राज्य के उत्तर-पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में खासकर इस बदले मौसम का असर ज्यादा दिखेगा। यानि देवघर, धनबाद, दुमका, पूर्वी सिंहभूम और पश्चिमी सिंहभूम जैसे जिले सीधे तौर पर इस परिवर्तन की चपेट में आएंगे।
क्या कहा मौसम विभाग ने?
मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी करते हुए बताया है कि अगले कुछ दिनों में तेज आंधी, बिजली गिरने और बारिश की संभावना बन रही है। विभाग ने जनता को सतर्क रहने और गैर-जरूरी बाहर न निकलने की सलाह दी है, खासकर दोपहर और शाम के वक्त जब वज्रपात की आशंका ज्यादा रहती है।
झुलसाने वाली गर्मी, पर राहत की उम्मीद
झारखंड में पिछले कई दिनों से तापमान रिकॉर्ड तोड़ गर्मी दर्ज कर रहा है। पिछले 24 घंटों में जमशेदपुर में तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो राज्य में सबसे अधिक था। वहीं दूसरी ओर गुमला में न्यूनतम तापमान 15.9 डिग्री दर्ज किया गया। इससे साफ है कि राज्य के अलग-अलग हिस्सों में मौसम की स्थिति काफी असंतुलित बनी हुई है।
इतिहास में झारखंड की गर्मी
गर्मी के मामले में झारखंड का इतिहास भी काफी दिलचस्प रहा है। मई-जून में लू और तेज धूप के चलते अक्सर स्कूल-कॉलेज बंद करने की नौबत आ जाती है। लेकिन अप्रैल के महीने में इस तरह की स्थिति कम ही देखी जाती है। ऐसे में इस बार की अप्रत्याशित गर्मी ने प्रशासन और जनता दोनों को चौकन्ना कर दिया है।
आने वाले दिनों में क्या होगा?
मौसम विभाग के अनुसार, 26 अप्रैल से शुरू होकर 29 अप्रैल तक गरज के साथ वज्रपात और आंधी-तूफान का खतरा बना रहेगा। इसके बाद भी 1 मई तक रुक-रुक कर बारिश की संभावना बनी रहेगी। खास बात ये है कि 29 अप्रैल के बाद तापमान में 5 से 7 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट देखने को मिल सकती है।
इसका मतलब यह है कि मई की शुरुआत अपेक्षाकृत ठंडी और राहत भरी हो सकती है, जो राज्यवासियों के लिए बेहद जरूरी है।
जनता से क्या अपेक्षा?
येलो अलर्ट के तहत लोगों को खास सावधानी बरतने की जरूरत है। बच्चों और बुजुर्गों को बाहर जाने से रोका जाए। खुले में बिजली की तारों और पेड़ों से दूर रहें। जिन जिलों में आंधी और वज्रपात की आशंका है, वहां प्रशासनिक निगरानी भी बढ़ा दी गई है।
झारखंड की तपती गर्मी अब थमती नजर आ रही है। लेकिन यह बदलाव सिर्फ राहत नहीं, बल्कि चेतावनी भी लेकर आया है। आने वाले दिनों में गरज, बिजली और बारिश से नुकसान की भी आशंका है। ऐसे में जरूरी है कि लोग अलर्ट पर रहें और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें।
तो क्या वाकई इस बार गर्मी ने समय से पहले हार मान ली है? या फिर यह राहत सिर्फ तूफान से पहले की शांति है? आने वाले कुछ दिन इसका जवाब देंगे।
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