Shanghai Innovation: चीन के मॉल में लगा 'गोल्ड एटीएम', 1200 डिग्री पर पिघलता है सोना, जानिए कैसे करता है काम
चीन के शंघाई शहर में लगा पहला 'गोल्ड एटीएम' बना लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र। यह एटीएम 1200 डिग्री पर सोना पिघलाकर उसकी शुद्धता जांचता है और रीयल टाइम रेट के हिसाब से कैश देता है। जानिए कैसे बदल रहा है सोने का लेनदेन।

सोचिए अगर आपको अपने पुराने गहने बेचने हैं और उसके लिए बैंक या ज्वेलर के चक्कर न काटने पड़ें… बस एक मशीन में डालिए और कुछ ही मिनटों में कैश आपके हाथ में!
सपना जैसा लगने वाला ये सीन अब हकीकत बन चुका है—लेकिन भारत में नहीं, चीन के हाईटेक शहर शंघाई में। यहां एक मॉल में ऐसा एटीएम लगाया गया है जो न सिर्फ सोना लेता है, बल्कि उसे 1200 डिग्री सेल्सियस पर पिघलाकर उसकी शुद्धता जांचता है और लाइव रेट के हिसाब से आपको पैसा देता है।
यह ‘गोल्ड एटीएम’ चीन में एक नई तकनीकी क्रांति की मिसाल बन गया है। शंघाई के इस एटीएम को शेनझेन की एक टेक्नोलॉजी कंपनी Kinghood Group ने विकसित किया है। खास बात यह है कि यह सिर्फ एक मेटल डिटेक्टर नहीं है, बल्कि यह मशीन सोने की शुद्धता (99.99%), वजन और मार्केट रेट को तुरंत परखकर आपको उसी हिसाब से कैश देती है।
अब ज़रा सोचिए, जहां भारत में सोने को निवेश और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, वहीं चीन में इसे तकनीक के साथ जोड़कर लोगों को आसान और भरोसेमंद विकल्प दिया जा रहा है।
कैसे काम करता है गोल्ड एटीएम?
-
मशीन में सोना डालिए: यह गहनों को अंदर खींचकर वजन और शुद्धता की जांच करती है।
-
शुद्धता जांच: 1200 डिग्री तापमान पर पिघलाकर उसकी शुद्धता को टेस्ट करती है।
-
लाइव रेट: इंटरनल स्क्रीन पर रीयल टाइम गोल्ड प्राइस दिखाया जाता है।
-
पैसे का भुगतान: तय रेट पर सर्विस चार्ज काटकर पैसे निकाल दिए जाते हैं।
-
डिजिटल सुविधा: UPI या बैंक ट्रांसफर की सुविधा भी दी गई है।
यह तकनीक चीन में 100 से ज्यादा शहरों में पहले ही लॉन्च हो चुकी है और अब शंघाई के बाद जल्द ही वहां एक और एटीएम लगाने की तैयारी है। इससे एक बात तो साफ है—गोल्ड ट्रांजैक्शन अब आसान और पारदर्शी होता जा रहा है।
सोशल मीडिया पर छाया गोल्ड एटीएम
जैसे ही इस एटीएम का वीडियो इंटरनेट पर आया, सोशल मीडिया पर इसकी जमकर चर्चा होने लगी। एक यूज़र ने लिखा, “वाह! उम्मीद है भारत में भी जल्द ऐसा एटीएम दिखे।” वहीं एक और यूज़र ने मजाक में कहा, “यह भारत के लिए बेमिसाल प्रोडक्ट है, लेकिन चेन स्नैचरों के लिए जश्न।”
क्या भारत तैयार है गोल्ड एटीएम के लिए?
भारत में हर घर में सोना पाया जाता है, चाहे वो गहनों के रूप में हो या सिक्कों में। गोल्ड को यहां धन, वैभव और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है। लेकिन अभी तक सोने की खरीद-बिक्री पारंपरिक ज्वेलर्स और बैंक के माध्यम से ही होती है।
हालांकि भारत में डिजिटल गोल्ड, म्यूचुअल फंड्स और गोल्ड बॉन्ड्स जैसी स्कीमें जरूर आ चुकी हैं, परंतु गोल्ड एटीएम जैसी तकनीक अभी नहीं पहुंची है। अगर चीन की तर्ज पर भारत में भी ऐसे एटीएम आ जाएं, तो न सिर्फ लोगों को सुविधा मिलेगी बल्कि पारदर्शिता भी बढ़ेगी।
क्यों है ये इनोवेशन खास?
-
गोल्ड एटीएम से लेनदेन सुरक्षित और रिकॉर्डेड होता है।
-
ब्लैक मार्केटिंग और धोखाधड़ी की संभावना कम होती है।
-
बुज़ुर्ग या महिलाएं बिना किसी डर के सोने को कैश में बदल सकती हैं।
-
देश की इकॉनमी में ट्रांसपेरेंसी और टैक्स कलेक्शन बढ़ सकता है।
शंघाई का गोल्ड एटीएम एक संकेत है उस भविष्य का, जहां तकनीक और परंपरा मिलकर निवेश को नए आयाम देंगे। भारत जैसे देश में जहां सोने का भाव लोगों की भावनाओं से जुड़ा होता है, वहां इस तरह की तकनीक का आना एक क्रांति ला सकता है।
अब सवाल सिर्फ इतना है—क्या भारत तकनीकी रूप से इसके लिए तैयार है? या फिर हमें अभी और इंतज़ार करना पड़ेगा उस दिन का, जब मॉल में घूमते हुए कोई बच्चा मां से पूछे, “मम्मी ये ATM से सोना निकलता है क्या?”
What's Your Reaction?






