Pahalgam Revenge: सुरक्षा बलों का जवाबी हमला! आतंकियों के घरों को बम और बुलडोजर से तबाह
पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई: एक आतंकी के घर को बम से उड़ाया, दूसरे के मकान पर चला बुलडोजर। जानिए कैसे 26 पर्यटकों की हत्या के बाद सुरक्षाबलों ने दिया जवाब।

पहलगाम, कार्रवाई - जम्मू-कश्मीर में पहलगाम हमले के दोषी आतंकियों को सुरक्षा बलों ने बड़ा झटका दिया है। गुरुवार को सुरक्षा बलों ने हमले में शामिल दो स्थानीय आतंकियों के घरों को नष्ट कर दिया - एक को बम से उड़ाया गया जबकि दूसरे पर बुलडोजर चलाया गया।
कैसे हुई कार्रवाई?
1. आदिल हुसैन का घर (बिजबेहरा, गोरी इलाका)
- सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान संदिग्ध वस्तुएं पाईं
- घर को आईडी ब्लास्ट (इम्प्रोवाइज्ड डिवाइस) से उड़ा दिया
- विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि पूरा मकान ध्वस्त हो गया
2. आसिफ शेख का घर (त्राल)
- जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया
- पूरा मकान जमींदोज कर दिया गया
पहलगाम हमले की भयावहता
- 26 निर्दोष पर्यटकों की नृशंस हत्या
- आतंकियों ने पहले धर्म पूछा, फिर हिंदुओं को चुन-चुनकर मारा
- लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े TRF ने जिम्मेदारी ली
- 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला
ऐतिहासिक संदर्भ
यह कार्रवाई 1990 के दशक के बाद से चली आ रही सुरक्षा नीति का हिस्सा है जहां आतंकियों के समर्थन ढांचे को नष्ट किया जाता है। 2016 के बुरहान वानी मामले के बाद से यह पहली बार है जब आतंकियों के घरों को इतने बड़े पैमाने पर निशाना बनाया गया है।
सुरक्षा बलों की रणनीति
- आतंकियों के समर्थन नेटवर्क को तोड़ना
- स्थानीय युवाओं को आतंकवाद से दूर रखने का संदेश
- अमरनाथ यात्रा से पहले सख्त सुरक्षा चेतावनी
प्रतिक्रियाएं
सुरक्षा सूत्रों ने बताया:
"यह स्पष्ट संदेश है कि आतंकवाद का कोई स्थान नहीं होगा। जो भी भारत के खिलाफ हाथ उठाएगा, उसका घर तक नहीं बचेगा।"
पहलगाम हमले के बाद की यह कार्रवाई सुरक्षा बलों की 'जीरो टॉलरेंस' नीति को दर्शाती है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना ने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों को कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं मिलेगा। अब सुरक्षा बलों की नजर हमले में शामिल बाकी 4 पाकिस्तानी आतंकियों पर है जो अभी भी फरार हैं।
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