Jamshedpur Crime Alert: एलआईसी ग्राउंड में हथियारों के साथ घूम रहे थे दो बदमाश, बड़ा हमला टल गया!
जमशेदपुर के कदमा थाना क्षेत्र में पुलिस ने दो अपराधियों को हथियारों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा। एलआईसी ग्राउंड में बड़ी घटना को अंजाम देने की थी साजिश, पुलिस ने समय रहते किया पर्दाफाश।

जमशेदपुर में पुलिस की सतर्कता ने एक बड़ी साजिश को अंजाम देने से पहले ही नाकाम कर दिया। कदमा थाना क्षेत्र में एलआईसी ग्राउंड के पास दो हथियारबंद अपराधी किसी गंभीर वारदात की तैयारी में थे, लेकिन समय रहते मिली गुप्त सूचना और त्वरित पुलिस कार्रवाई ने पूरे शहर को एक बड़ी अनहोनी से बचा लिया।
सोमवार को कदमा पुलिस ने न्यू ग्वाला बस्ती, सोनारी निवासी अंकुर सिंह (25) और न्यू बाराद्वारी, देव नगर निवासी उदयभान सिंह (22) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उनके पास से दो देशी ऑटो लोडेड पिस्तौल, दो जिंदा गोलियां, और दो महंगे iPhone बरामद किए गए हैं।
साजिश का पर्दाफाश: कैसे सामने आई सूचना?
18 मई की सुबह 11:30 बजे कदमा पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली कि एलआईसी ग्राउंड क्षेत्र में दो संदिग्ध व्यक्ति हथियारों के साथ घूम रहे हैं। सूचना इतनी गंभीर थी कि एसएसपी किशोर कौशल ने स्वयं इसे गंभीरता से लिया और तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया।
नगर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई और त्वरित छापेमारी की गई। पुलिस टीम जैसे ही मौके पर पहुंची, दोनों अपराधियों को हथियारों के साथ धर-दबोचा गया।
पुलिस की बड़ी कामयाबी: सिर्फ दो नहीं, 68 गिरफ्तारियां!
एसएसपी किशोर कौशल ने प्रेस वार्ता में बताया कि केवल इन दो अपराधियों की गिरफ्तारी ही नहीं, बल्कि पिछले चार महीनों में कुल 28 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, जिनमें 68 अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
अब तक 44 अवैध हथियार बरामद किए गए हैं, जिनमें से कदमा थाना क्षेत्र से अकेले 10 हथियार जब्त किए गए हैं। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि जमशेदपुर पुलिस अपराध पर किस हद तक नज़र रख रही है और अपराधियों के खिलाफ अभियान लगातार तेज हो रहा है।
जमशेदपुर का आपराधिक इतिहास: कभी अपराधियों का गढ़ माना जाता था
एक समय था जब जमशेदपुर और खासकर कदमा, बिष्टुपुर और साकची जैसे क्षेत्र आपराधिक गतिविधियों के लिए कुख्यात थे। 90 के दशक में यहां रंगदारी, लूटपाट और अवैध हथियारों का नेटवर्क बहुत सक्रिय था।
हालांकि, बीते कुछ वर्षों में पुलिस की सक्रियता, आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल और सामुदायिक निगरानी की वजह से स्थिति में बड़ा सुधार आया है। लेकिन हालिया घटनाएं बता रही हैं कि अपराधियों की मानसिकता में बदलाव नहीं आया है, वे अब भी मौका मिलते ही खौफ फैलाने की कोशिश में लगे हैं।
कदमा बना अपराधियों का नया ठिकाना?
हालिया गिरफ्तारियां इस बात का संकेत हैं कि कदमा थाना क्षेत्र एक बार फिर अपराधियों की नज़र में है। एलआईसी ग्राउंड, जो कभी बच्चों और बुजुर्गों के टहलने का स्थान था, अब अपराधियों की गतिविधियों का केंद्र बनने लगा है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो कई गिरोह इस इलाके में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में हैं। इसीलिए पुलिस ने अब यहां गश्त और निगरानी बढ़ा दी है, और आने वाले समय में ड्रोन सर्विलांस की भी योजना बनाई जा रही है।
सवाल अब भी बाकी हैं...
हालांकि पुलिस ने दो अपराधियों को पकड़ कर बड़ी राहत दी है, लेकिन कई सवाल अब भी हवा में हैं—
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क्या इन दोनों अपराधियों के पीछे कोई बड़ा नेटवर्क है?
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इन हथियारों की आपूर्ति कहां से हो रही है?
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क्या एलआईसी ग्राउंड जैसे सार्वजनिक स्थान अब भी सुरक्षित हैं?
पुलिस का कहना है कि पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं और जल्द ही इस नेटवर्क की पूरी परतें खोली जाएंगी।
जमशेदपुर पुलिस की यह कार्रवाई न सिर्फ एक बड़ी घटना को टालने में सफल रही, बल्कि अपराधियों को यह संदेश भी दे गई कि कानून की पकड़ से बचना आसान नहीं। अब देखने वाली बात यह होगी कि आने वाले दिनों में कदमा और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और कितना मजबूत किया जाता है।
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