Jamshedpur MVACT Orders Compensation: रंजन सिंह के परिवार को 20.75 लाख का मुआवजा, जानिए पूरी घटना!
जमशेदपुर में मोटर दुर्घटना में रंजन सिंह की दुखद मौत के बाद जिला कोर्ट ने उनके परिजनों को 20.75 लाख रुपये मुआवजा देने का आदेश दिया। जानें इस फैसले के बारे में पूरी जानकारी।
Jamshedpur MVACT Compensation: जमशेदपुर में एक दर्दनाक मोटर दुर्घटना में अपनी जान गंवाने वाले रंजन सिंह के परिवार को अब राहत मिली है। जमशेदपुर जिला न्यायालय ने उनके परिवार के लिए 20.75 लाख रुपये के मुआवजे का आदेश दिया है। यह मुआवजा राशि उन्हें दुर्घटना के कारण हुई रंजन सिंह की असमय मौत के बदले में दी जा रही है। इस फैसले से न केवल मृतक के परिवार को एक वित्तीय सहारा मिलेगा, बल्कि यह फैसले की संवेदनशीलता और न्यायालय की तत्परता को भी उजागर करता है।
दुर्घटना की पूरी कहानी:
19 जनवरी 2023 को सिदगोड़ा थाना क्षेत्र के लिट्टी चौक पर एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने रंजन सिंह के परिवार को सदमे में डाल दिया। रंजन सिंह अपनी स्कूटर पर सवार थे, तभी एक तेज रफ्तार स्कूटर ने उन्हें टक्कर मार दी। यह हादसा इतनी गंभीर था कि रंजन सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान, 20 जनवरी 2023 को उनकी मौत हो गई। इस घटना ने न केवल उनके परिवार को, बल्कि पूरे इलाके को गहरे शोक में डुबो दिया।
जांच और मुआवजे का आदेश:
घटना के बाद, मृतक के परिजनों ने वकील रविशंकर पांडेय के माध्यम से जिला न्यायालय में मुआवजे के लिए याचिका दायर की। मामले में न्यायालय ने सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया कि मृतक के आश्रितों को मुआवजा दिया जाए। न्यायालय ने बीमा कंपनी ICICI Lombard Insurance को 30 दिनों के भीतर मुआवजा राशि का भुगतान करने का आदेश दिया है।
मुआवजे की राशि और वितरण:
मुआवजे के तहत ₹20,75,245 की राशि दी जाएगी। इस राशि का वितरण निम्नलिखित तरीके से किया जाएगा:
- 50% राशि रंजन सिंह की पत्नी रीमा देवी को दी जाएगी।
- 25% राशि उनके पिता राघव सिंह को दी जाएगी।
- 25% राशि उनके नाबालिग बेटे वीर प्रताप सिंह को दी जाएगी।
इसके अलावा, इस राशि पर 7.5% वार्षिक ब्याज भी मिलेगा, जो परिजनों को और अधिक आर्थिक सहारा प्रदान करेगा।
न्यायालय का संवेदनशील निर्णय:
वकील रविशंकर पांडेय ने इस फैसले के बाद कहा, "यह निर्णय मृतक के परिवार के लिए एक अहम मोड़ साबित हुआ है। न्यायालय के इस फैसले से उनका मनोबल बढ़ेगा, और उन्हें दुख की इस घड़ी में कुछ राहत मिलेगी। हम न्यायालय के इस फैसले के लिए आभारी हैं।"
बीमा कंपनी की जिम्मेदारी:
चूंकि रंजन सिंह की दुर्घटना के समय वाहन का बीमा ICICI Lombard Motor Insurance द्वारा किया गया था, इसलिए बीमा कंपनी को इस मुआवजे के भुगतान का आदेश दिया गया है। अब बीमा कंपनी को 30 दिनों के भीतर यह राशि परिवार को सौंपनी होगी, ताकि मृतक के परिवार को समय रहते आर्थिक मदद मिल सके।
इतिहास में मुआवजे की बढ़ती अहमियत
यह मामला मोटर वाहन दुर्घटना दावा ट्रिब्यूनल (MVACT) के इतिहास में एक महत्वपूर्ण फैसले के रूप में दर्ज होगा। जहां एक ओर सड़क हादसों के बढ़ते मामलों ने लोगों को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभावित किया है, वहीं इस प्रकार के मुआवजा मामलों में तेजी से न्याय का प्रावधान यह संकेत देता है कि सरकार और न्यायालय सड़क सुरक्षा और दुर्घटनाओं के मामलों को गंभीरता से ले रहे हैं।
रंजन सिंह के परिवार के लिए यह मुआवजा एक छोटी सी राहत हो सकती है, लेकिन यह हमें यह याद दिलाता है कि सड़क सुरक्षा के लिए हमें और भी कड़े कदम उठाने होंगे। साथ ही, हर वाहन चालक को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी, ताकि इस तरह के हादसों से बचा जा सके। उम्मीद है कि भविष्य में ऐसे फैसले अन्य परिवारों के लिए भी न्याय का प्रतीक बनेंगे।
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