Road Accident In Giridih: तेज रफ्तार ट्रक का कहर, चार साल के बच्चे की मौत से मचा हड़कंप!
गिरिडीह में हुए दो दर्दनाक सड़क हादसों में एक चार साल के बच्चे की मौत हो गई। तेज रफ्तार ट्रक ने इस हादसे में बच्चे समेत दो लोगों की जान ले ली। जानिए इस घटना के बारे में पूरी जानकारी।
Giridih Road Accident: झारखंड के गिरिडीह जिले में सोमवार को दो अलग-अलग सड़क हादसों ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। इन हादसों में चार साल के एक बच्चे की मौत तो हुई ही, साथ ही एक अन्य व्यक्ति की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। ये हादसे इतने भयानक थे कि दोनों जगहों पर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया और सड़क जाम कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। आइए जानते हैं इस भयानक हादसे के बारे में।
पहली घटना: चार साल के बच्चे की मौत
हादसे की पहली घटना हीरोडीह थाना क्षेत्र के मंडरो बाजार की है। यहां सड़क किनारे खड़ा चार वर्षीय सिफान अंसारी एक तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आ गया। सिफान अपने पिता शहबाज अंसारी और मां के साथ मंडरो बाजार में खरीदारी करने आया था। दुकान से बाहर निकलते समय ट्रक ने सिफान को कुचला और भाग निकला। इस दर्दनाक घटना में सिफान की मौके पर ही मौत हो गई। शहबाज अंसारी का परिवार इस सदमे से पूरी तरह टूट चुका था। सिफान तिसरी थाना क्षेत्र के बेलवाना गांव का निवासी था। यह हादसा उस समय हुआ जब शहबाज अपनी पत्नी और बेटे के साथ दुकानों से बाहर निकल रहा था।
दूसरी घटना: इलाज के दौरान एक और मौत
सड़क हादसे की दूसरी घटना देवरी थाना क्षेत्र के चितरोकुरहा में हुई। ट्रक ने पहले सिफान को कुचला और बाद में चितरोकुरहा गांव निवासी सुखदेव यादव को भी अपनी चपेट में ले लिया। सुखदेव गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें जमुआ स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई। यह हादसा बेहद दुखद था क्योंकि सुखदेव यादव एक सम्मानित व्यक्ति थे और उनकी मौत से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
ग्रामीणों का आक्रोश और सड़क जाम
सिफान की मौत से नाराज स्थानीय लोग खरगडीहा-खिजुरी मुख्य मार्ग पर मंडरो बाजार के पास सड़क जाम करने पहुंचे। उनका गुस्सा इस घटना को लेकर था और उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। घटना की सूचना मिलते ही हीरोडीह थाना प्रभारी धर्मेंद्र अग्रवाल मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों को शांत करने की कोशिश की। पुलिस ने लोगों को समझाया कि इस घटना की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इतिहास में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति
यह कोई पहली बार नहीं था जब गिरिडीह जिले में सड़क हादसे में लोगों की जान गई हो। इससे पहले भी कई बार तेज रफ्तार वाहनों ने इस इलाके में जानमाल की क्षति की है। खासकर ट्रकों द्वारा ऐसी घटनाएं होती रही हैं जो सड़क पर अनियंत्रित तरीके से दौड़ते हैं। गिरिडीह में सड़क सुरक्षा को लेकर कई बार प्रशासन ने सख्त कदम उठाने का वादा किया है, लेकिन अब तक उन वादों को लागू नहीं किया जा सका है। इस घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा किया है कि क्या अब प्रशासन सख्त कदम उठाएगा या फिर इस हादसे को भी भूलकर आगे बढ़ जाएगा।
अंत में: एक संदेश
यह सड़क हादसा गिरिडीह के नागरिकों के लिए एक गंभीर चेतावनी है। अब समय आ गया है कि प्रशासन और स्थानीय नागरिक मिलकर सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दें ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके। साथ ही, ट्रक और अन्य भारी वाहनों की गति सीमा को नियंत्रित किया जाना चाहिए ताकि इस तरह के हादसे रोके जा सकें।
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