Jharkhand Weather: झारखंड में भीषण गर्मी से राहत, आज बदलेगा मौसम का मिजाज
रांची और झारखंड में भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों के लिए राहत की खबर। तेज हवाओं, गरज और बारिश के साथ मौसम में बड़ा बदलाव आने वाला है। जानिए पूरी डिटेल।

झारखंड की तपती ज़मीन पर अब राहत की बूँदें बरसने वाली हैं। रांची समेत पूरे झारखंड में पिछले कई दिनों से भीषण गर्मी और उमस ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा था। हालत यह हो गई थी कि लोग जरूरी कामों के बिना घर से बाहर निकलने से भी कतरा रहे थे।
लेकिन अब मौसम विभाग ने एक बड़ी राहत भरी खबर दी है — कुछ ही घंटों में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदलने वाला है। तेज हवाएं चलेंगी, गरज के साथ बारिश होगी और तपती धरती को ठंडक मिलेगी।
कैसे बदलेगा मौसम का रुख
मौसम विभाग के अनुसार, रांची और झारखंड के पूर्वी तथा दक्षिणी हिस्सों में आज से ही तेज बदलाव देखने को मिलेगा। अनुमान है कि आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश हो सकती है। हवाओं की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती है। इसके साथ ही वज्रपात की भी आशंका जताई गई है, जिसे देखते हुए येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है।
आखिर क्यों आया यह बदलाव?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवाती सिस्टम और नमी भरी हवाओं के कारण झारखंड के मौसम में यह अचानक बदलाव देखा जा रहा है। गर्म हवाओं का दबाव टूटने से नमी के बादल बन रहे हैं, जिससे बारिश की संभावना मजबूत हो गई है।
ऐसे मौसमी बदलाव झारखंड में पहले भी कई बार मई और जून के महीने में देखे जाते रहे हैं। स्थानीय भाषा में इसे 'कालबैशाखी' भी कहा जाता है, जो तेज हवाओं, ओलावृष्टि और गरज के साथ अचानक बारिश के रूप में सामने आता है।
अगले छह दिन क्या रहेगा हाल
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले छह दिनों तक झारखंड में रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी। इससे अधिकतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आ सकती है। उमस से भी काफी हद तक राहत मिलेगी और वातावरण में ठंडक घुलेगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव न सिर्फ मौसमी है, बल्कि खेती और जल संरक्षण के लिहाज से भी बेहद फायदेमंद साबित होगा।
सावधानी बरतने की सलाह
हालांकि वज्रपात के खतरे को देखते हुए मौसम विभाग ने लोगों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। खुले मैदानों, ऊंचे पेड़ों या बिजली के खंभों के पास खड़े होने से बचने की सलाह दी गई है। किसान भाइयों को भी खेतों में काम करते समय सावधान रहने की चेतावनी दी गई है।
झारखंड में गर्मी का इतिहास
अगर झारखंड के गर्मी के इतिहास पर नजर डालें, तो हर साल मई-जून में यहां का तापमान 42 से 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। खासकर रांची, जमशेदपुर, धनबाद और बोकारो जैसे इलाकों में गर्मी और उमस चरम पर रहती है। वर्ष 2010 में रांची ने 45 डिग्री का रिकॉर्ड तापमान दर्ज किया था, जिसे आज भी सबसे खतरनाक गर्मी के तौर पर याद किया जाता है।
अब लोगों में उम्मीद
अब जबकि मौसम बदलने वाला है, लोग राहत की सांस लेने लगे हैं। सोशल मीडिया पर भी मौसम को लेकर मीम्स और उत्साह भरे पोस्ट्स की बाढ़ आ गई है। सभी को बारिश की पहली फुहार का बेसब्री से इंतजार है।
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