Ranchi Visit: मुख्यमंत्री से मिले सरायकेला और गुमला के उपायुक्त, पीएम मोदी से मिले प्रतिष्ठित सम्मान के बारे में क्या बोले मुख्यमंत्री?
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सरायकेला-खरसावां और गुमला जिले के उपायुक्तों को "प्राइम मिनिस्टर अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन" से सम्मानित होने पर दी बधाई। जानिए इस सम्मान के बारे में मुख्यमंत्री का क्या कहना था और झारखंड के विकास की दिशा में इनकी भूमिका।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में सरायकेला-खरसावां जिला के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला और गुमला जिला के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी से शिष्टाचार भेंट की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने दोनों अधिकारियों को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा "प्राइम मिनिस्टर अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन" से सम्मानित किए जाने पर बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा, "सरकार का उद्देश्य राज्य के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम करना है, और इस दिशा में समाज के अंतिम व्यक्ति तक जनहित योजनाओं को पहुंचाने में ऐसे अधिकारियों की अहम भूमिका है।" उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार राज्य के विकास के लिए सरायकेला-खरसावां और गुमला जिले के प्रशासनिक प्रयासों का महत्वपूर्ण प्रमाण है।
सरायकेला-खरसावां और गुमला जिलों के अधिकारियों ने कैसे किया ये असाधारण कार्य?
वर्ष 2021 में शुरू हुए आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत सरायकेला-खरसावां जिला के गम्हरिया प्रखंड को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मानित किया। यह पुरस्कार आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के प्रभावी और नवोन्मेषी क्रियान्वयन के लिए दिया गया था। इस कार्यक्रम में जिले के अधिकारियों द्वारा की गई कड़ी मेहनत और योजनाओं के कुशल प्रबंधन को सराहा गया।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इस अवसर पर कहा, "सरायकेला-खरसावां और गुमला जिले को मिले इस सम्मान से पूरा राज्य गौरवान्वित है। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में झारखंड राज्य के विकास में इन जिलों की महत्वपूर्ण भूमिका और अधिक स्पष्ट होगी।"
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इन पुरस्कारों से न केवल झारखंड राज्य को गर्व महसूस हुआ है, बल्कि यह राज्य में सरकारी योजनाओं के बेहतर और सफल क्रियान्वयन के प्रति अधिकारियों के समर्पण को भी प्रदर्शित करता है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इन सम्मानित अधिकारियों की जिम्मेदारी बढ़ी है और आने वाले समय में वे झारखंड के विकास के नए मापदंड स्थापित करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी का योगदान और पुरस्कार समारोह
गौरतलब है कि 21 अप्रैल को सिविल सेवा दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह में सरायकेला-खरसावां जिला के उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला और गुमला जिले के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया। यह पुरस्कार सरकारी कार्यों में नवाचार और लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए दिया गया था।
झारखंड के लिए एक नई दिशा
मुख्यमंत्री ने यह भी जोड़ा कि राज्य सरकार लगातार नई योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू करने में लगी हुई है, जो न केवल राज्य की सूरत बदलेंगी बल्कि यहां के नागरिकों की गुणवत्ता जीवन को भी बेहतर बनाएंगी। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक सुधारों के जरिए राज्य सरकार ने झारखंड को एक मजबूत विकास मार्ग पर ले जाने का काम किया है।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इस अवसर पर दोनों अधिकारियों से आगामी योजनाओं के बारे में भी चर्चा की और राज्य में विकास कार्यों को गति देने के लिए उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में झारखंड विकास योजनाओं के बेहतर और सफल क्रियान्वयन के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।
झारखंड के सरायकेला-खरसावां और गुमला जिले के उपायुक्तों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर "प्राइम मिनिस्टर अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन" प्राप्त करना, न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों का परिणाम है, बल्कि यह राज्य के समग्र विकास और प्रशासनिक सुधारों के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि झारखंड के ये अधिकारी और राज्य सरकार आने वाले समय में और किस प्रकार के नवोन्मेषी कार्यों के साथ जनता के बीच विकास की नई दिशा स्थापित करते हैं।
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