Jharkhand Cabinet: सोरेन सरकार में हुआ विभागों का बंटवारा, जानें किसे मिला कौन सा मंत्रालय
हेमंत सोरेन सरकार ने मंत्रियों के विभागों का किया बंटवारा। जानें, किसे मिला कौन सा मंत्रालय और कैसे गठबंधन को साधा गया।
रांची: झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार ने नई कैबिनेट के गठन के बाद शुक्रवार को मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गृह विभाग, कैबिनेट सचिवालय और सड़क निर्माण जैसे अहम मंत्रालय अपने पास रखे हैं। 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद 5 दिसंबर को 11 मंत्रियों ने शपथ ली, और अगले ही दिन इन मंत्रियों को जिम्मेदारियां सौंप दी गईं।
मंत्रियों को सौंपे गए विभाग
विभागों के बंटवारे में कांग्रेस, आरजेडी और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेताओं को बड़ी जिम्मेदारियां दी गई हैं। आइए जानते हैं, किसे मिला कौन सा विभाग:
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हेमंत सोरेन (मुख्यमंत्री):
मुख्यमंत्री ने गृह, सड़क निर्माण, भवन निर्माण, प्रशासनिक सुधार, कार्मिक और अन्य सभी अनिर्दिष्ट विभाग अपने पास रखे हैं। -
राधाकृष्ण किशोर (कांग्रेस):
वित्त विभाग की अहम जिम्मेदारी कांग्रेस कोटे से मंत्री बने राधाकृष्ण किशोर को दी गई है। -
संजय प्रसाद यादव (आरजेडी):
आरजेडी कोटे से मंत्री बने संजय प्रसाद यादव को श्रम एवं रोजगार मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है। -
चमरा लिंडा (जेएमएम):
एससी, एसटी, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक चमरा लिंडा को सौंपा गया है। -
इरफान अंसारी (कांग्रेस):
कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी को स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और परिवार कल्याण मंत्रालय दिया गया है। -
सुदिव्य कुमार:
नगर विकास, आवास, तकनीकी शिक्षा, पर्यटन, कला, संस्कृति और खेल मंत्रालय का जिम्मा सुदिव्य कुमार को सौंपा गया है। -
योगेंद्र प्रसाद:
पेयजल और स्वच्छता विभाग, उत्पाद और मद्य निषेध मंत्रालय योगेंद्र प्रसाद को मिला है। -
दीपिका पांडेय सिंह (कांग्रेस):
ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य और पंचायती राज मंत्रालय की जिम्मेदारी दीपिका पांडेय सिंह को सौंपी गई है। -
हफीजुल हसन:
जल संसाधन और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय की जिम्मेदारी हफीजुल हसन को दी गई है। -
शिल्पी नेहा तिर्की:
कृषि, पशुपालन और सहकारिता विभाग का जिम्मा शिल्पी नेहा तिर्की को सौंपा गया है। -
रामदास सोरेन (जेएमएम):
स्कूली शिक्षा, साक्षरता और निबंधन विभाग की जिम्मेदारी रामदास सोरेन को दी गई है।
कैबिनेट गठन में खास रणनीति
झारखंड कैबिनेट में विभागों का बंटवारा गठबंधन की संतुलन साधने की कोशिश को दर्शाता है। जहां कांग्रेस को वित्त और स्वास्थ्य जैसे अहम मंत्रालय मिले, वहीं आरजेडी को श्रम एवं रोजगार जैसे क्षेत्रीय हित से जुड़े मंत्रालय दिए गए। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी अपने विधायकों को महत्वपूर्ण विभाग सौंपे हैं।
कैसे बनी यह सरकार?
हेमंत सोरेन ने 2019 में शानदार जीत के बाद सत्ता संभाली थी। इस बार कैबिनेट का गठन 28 नवंबर 2024 को हुआ। सरकार के गठन के बाद विभागों के बंटवारे पर तेजी से काम किया गया, और मात्र एक सप्ताह में सभी मंत्री अपनी जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं।
आगे क्या उम्मीदें हैं?
झारखंड सरकार के सामने कई चुनौतियां हैं, जिनमें ग्रामीण विकास, अल्पसंख्यक कल्याण, स्वास्थ्य सेवाओं का सुधार और वित्तीय संतुलन प्रमुख हैं। इन मंत्रालयों के कामकाज पर जनता की नजर होगी।
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