मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने दी कड़ी चेतावनी - जेएसएससी परीक्षा में किसी भी चूक पर होगी सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने 21-22 सितंबर को होने वाली जेएसएससी स्नातक प्रतियोगिता परीक्षा के सुचारू संचालन हेतु कड़ी सुरक्षा और कदाचार मुक्त माहौल सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।
रांची, 20 सितंबर 2024 - मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक "झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी)" द्वारा 21 और 22 सितंबर को आयोजित होने वाली झारखण्ड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा, 2023 की तैयारियों के सफल संचालन को सुनिश्चित करने के लिए की गई। बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई, जिसमें राज्य के सभी जिलों के उपायुक्त और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जुड़े थे।
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान सख्त निर्देश दिए कि परीक्षा में कदाचार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि परीक्षा संचालन के लिए बनाए गए एसओपी (Standard Operating Procedure) का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। सभी परीक्षा केंद्रों के आसपास के होटल, लॉज और गेस्ट हाउस में एसओपी की प्रतियां चिपकाने का आदेश दिया गया है, ताकि नियमों का पालन हो।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से निर्देश दिया कि परीक्षा केंद्रों पर डिजिटल गैजेट्स के इस्तेमाल पर सख्त रोक लगाई जाए और सभी केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे पूर्णत: कार्यशील रहें। उन्होंने कहा कि हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए परीक्षा केंद्र के मुख्य द्वार पर भी कैमरे लगाए जाएं। इसके साथ ही, सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी, ताकि पेपर लीक या किसी प्रकार की अफवाहें ना फैलें।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अधिकारियों से कहा कि परीक्षा को कदाचार मुक्त बनाने के लिए पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। उन्होंने कहा कि परीक्षा में किसी भी प्रकार की गलत गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में राज्य के मुख्य सचिव एल. खियांग्ते, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, डीजीपी अनुराग गुप्ता और जेएसएससी अध्यक्ष प्रशांत कुमार भी मौजूद थे। सभी जिलों के उपायुक्त और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को परीक्षा के सफल संचालन के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए गए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की चूक की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। परीक्षा के नियमों का प्रचार-प्रसार भी किया जाए, ताकि सभी को इसकी जानकारी हो।
What's Your Reaction?