Telco Celebration: फरसे और पीले गमछे के साथ निकलेगी परशुराम शोभायात्रा, DJ-बैंड-बाजे से गूंजेगा टेल्को
टेल्को में भगवान परशुराम जन्मोत्सव की भव्य शोभायात्रा की तैयारी जोरों पर है। पीले गमछे, फरसे, रथ, डीजे और बैंड-बाजे के साथ युवाओं की भारी भागीदारी देखने को मिलेगी। जानिए कब और कहां से होगी शुरुआत।

टेल्को में भगवान श्री परशुराम के जन्मोत्सव को लेकर इस बार खास तैयारियां की जा रही हैं, और इसका रंग-रूप पहले से कहीं ज्यादा भव्य होने वाला है। पप्पू मिश्रा के नेतृत्व में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में इस कार्यक्रम को लेकर कई बड़े निर्णय लिए गए हैं, जो इस बार की शोभायात्रा को ऐतिहासिक बना सकते हैं।
बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि इस बार की शोभायात्रा में युवाओं की भागीदारी सबसे खास होगी। खास बात ये है कि हर युवा पीले रंग का गमछा पहनेगा और हाथों में परशुराम का प्रतीक फरसा लेकर शामिल होगा, जिससे शोभायात्रा की दृश्यता और धार्मिक आभा दोनों बढ़ेंगी।
शोभायात्रा मानगो स्थित हनुमान मंदिर से प्रारंभ होकर शीतला मंदिर तक जाएगी। इस रूट को खासतौर पर चुना गया है ताकि धार्मिक आस्था के साथ-साथ सामाजिक एकता का संदेश भी दिया जा सके।
बैठक में शामिल अप्पू तिवारी ने जानकारी दी कि शोभायात्रा में रथ, घोड़े, डीजे साउंड, पारंपरिक झांकियां और बैंड-बाजे की व्यवस्था भी की गई है। रथ पर भगवान परशुराम की आकर्षक झांकी सजाई जाएगी, जो लोगों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होगी।
शोभायात्रा का इतिहास
भगवान परशुराम को हिन्दू धर्म में विष्णु के छठे अवतार के रूप में जाना जाता है। वे ब्राह्मण होते हुए भी क्षत्रिय धर्म निभाने वाले ऐसे योद्धा माने जाते हैं, जिन्होंने अन्याय और अत्याचार के खिलाफ फरसे से युद्ध किया। उनके जन्मदिन को शोभायात्रा और पूजा-अर्चना के साथ मनाना एक पुरानी परंपरा है, जो भारत के कई हिस्सों में विशेष रूप से उत्तर भारत में प्रचलित है।
इस बार की शोभायात्रा टेल्को क्षेत्र में धार्मिक उत्साह, युवा ऊर्जा और सामाजिक समरसता का एक ऐसा संगम बनकर उभरेगी जिसे लोग लंबे समय तक याद रखेंगे।
तो क्या आप तैयार हैं पीले गमछे और फरसे के साथ इस ऐतिहासिक शोभायात्रा का हिस्सा बनने के लिए?
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