Jamshedpur Firing : गोलमुरी में 'गैंगवॉर'! रवि खेड़ा के घर फायरिंग, सिर्फ एक घंटे में शहर में दूसरी वारदात! पुलिस पर क्यों उठे सवाल?
क्या जमशेदपुर में अपराधियों का खौफ फिर लौट आया है? गोलमुरी और जुगसलाई में सिर्फ 60 मिनट के अंदर दो फायरिंग की घटनाएं क्यों घटीं? रवि खेड़ा के घर घुसकर अपराधियों ने गोली क्यों चलाई, और उसने कैसे जवाबी कार्रवाई की? सतपाल सिंह के पैर में गोली कैसे लगी? पुलिस की ढिलाई पर पूरे शहर में सनसनी!
गोलमुरी, 25 अक्टूबर 2025 - जमशेदपुर में अपराधियों के बेलगाम होने का सबूत देते हुए शुक्रवार की देर शाम शहर ने सिर्फ एक घंटे के अंतराल में गोलीबारी की दो सनसनीखेज घटनाएं देखीं। इस ताबड़तोड़ वारदात ने न सिर्फ लोगों को दहशत में डाल दिया है, बल्कि सीधे सीधे पुलिस की मुस्तैदी पर भी बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
गोलमुरी में दूसरी घटना: अपराधी सीधे घर में घुसे
शहर में पहली घटना जुगसलाई में घटी, जहां गोलमुरी के एक दुकानदार पर फायरिंग की गई। लेकिन इससे पहले कि पुलिस इस मामले की गुत्थी सुलझा पाती, रात करीब 9 बजे गोलमुरी में ही एक और बड़ा गोलीकांड हो गया।
गोलमुरी में, पुराने आपराधिक मामलों के आरोपी रवि खेड़ा के घर को अपराधियों ने निशाना बनाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, दो बाइक सवार अपराधी रवि खेड़ा के घर का दरवाजा खटखटाकर भीतर घुस गए। उनका इरादा स्पष्ट रूप से रवि खेड़ा पर गोली चलाने का था।
लेकिन अपराधी अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए। जैसे ही उन्होंने गोली चलाने की कोशिश की, रवि खेड़ा ने तुरंत विरोध किया, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच जमकर हाथापायी हुई। इसी संघर्ष के दौरान गोली चल गई और बाहर से आये हमलावर मौके से भाग निकले।
जवाबी कार्रवाई और घायल सतपाल सिंह
इस घटना का सबसे हैरान कर देने वाला पहलू यह है कि यह मामला सिर्फ हमला करने तक सीमित नहीं रहा। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि गोलीबारी के दौरान रवि खेड़ा ने भी जवाबी कार्रवाई की और विरोधियों पर फायरिंग की। यह घटना साफ तौर पर दो आपराधिक गुटों के बीच 'गैंगवॉर' या पुरानी रंजिश की ओर इशारा कर रही है।
गोलीबारी में सतपाल सिंह नामक व्यक्ति घायल हुआ है, जिसके पैर में गोली लगी है। सतपाल सिंह कौन है, क्या वह रवि खेड़ा का सहयोगी है या हमलावरों में से एक, यह अभी स्पष्ट नहीं है। पुलिस जांच के बाद ही इस पूरे घटनाक्रम की तस्वीर साफ हो पाएगी। दोनों हमलावर अपनी बाइक पर सवार होकर मौके से फरार होने में सफल रहे।
पुलिस की मुस्तैदी पर खड़े हुए सवाल
जमशेदपुर में सिर्फ 60 मिनट के भीतर दो अलग-अलग हिस्सों (जुगसलाई और गोलमुरी) में गोलीबारी की घटनाएँ होने से शहर में एक बड़ी सनसनी फैल गई है। अपराधियों के इस तरह बेखौफ होकर खुलेआम फायरिंग करना पुलिस प्रशासन के लिए एक सीधा चैलेंज है।
पिछले कुछ समय से शहर में रंगदारी, चोरी और अब ताबड़तोड़ गोलीकांड की घटनाओं ने यह साबित कर दिया है कि अपराधी बेलगाम हो चुके हैं। स्थानीय लोग अब पुलिस की गश्त और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई पर सीधे सवाल उठाने लगे हैं।
पुलिस अब दोनों घटनाओं की कड़ियों को जोड़ने की कोशिश कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या जुगसलाई और गोलमुरी की घटनाओं के तार आपस में जुड़े हुए हैं, या यह अलग-अलग गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई का परिणाम है।
पाठकों से सवाल:
आपकी राय में, जमशेदपुर में बढ़ते गोलीकांड और अपराध पर रोक लगाने के लिए पुलिस को क्या नई रणनीति अपनानी चाहिए? कमेंट में बताएं।
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