Surat Shocker : 13 साल के छात्र के साथ 23 साल की टीचर हुई फरार, खुलासे ने मचाई सनसनी!

गुजरात के सूरत से एक चौंकाने वाली खबर आई है, जहां 13 साल का छात्र अपनी 23 साल की टीचर के साथ फरार हो गया। पुलिस ने उन्हें चार दिन बाद पकड़ा। जानिए इस मामले में टीचर ने क्या खुलासा किया और जांच में क्या सामने आया।

May 2, 2025 - 16:51
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Surat Shocker : 13 साल के छात्र के साथ 23 साल की टीचर हुई फरार, खुलासे ने मचाई सनसनी!
Surat Shocker: 13 साल के छात्र के साथ 23 साल की टीचर हुई फरार, खुलासे ने मचाई सनसनी!

गुजरात के सूरत से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां एक 23 साल की टीचर 13 साल के छात्र के साथ फरार हो गई। ये मामला न सिर्फ शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाता है, बल्कि एक गंभीर अपराध की ओर इशारा करता है। पुलिस ने चार दिन बाद दोनों को राजस्थान सीमा के पास से पकड़ा, लेकिन जब टीचर ने अपने भागने के कारणों का खुलासा किया तो हर कोई हैरान रह गया।

क्या था मामला?

सूरत में 23 साल की एक ट्यूशन टीचर, जिसका नाम अब तक सामने नहीं आया है, अपने 13 साल के छात्र को लेकर फरार हो गई। ये घटना 25 अप्रैल को हुई, और इसके बाद सूरत पुलिस की चार टीमें दोनों को ढूंढ़ने में लगीं। चार दिन की कड़ी मशक्कत के बाद, 30 अप्रैल को पुलिस को सफलता मिली और दोनों को राजस्थान की सीमा के पास से गिरफ्तार किया गया। दोनों एक बस में सवार थे, जो जयपुर से अहमदाबाद आ रही थी।

टीचर का खुलासा: "मैं मां बनने वाली हूं"

जब पुलिस ने टीचर से पूछताछ की, तो उसने चौंकाने वाला खुलासा किया। टीचर ने बताया कि वह 13 साल के छात्र से गर्भवती है और उसे बच्चे का पिता भी वही छात्र है। ये बयान सुनकर पुलिस भी चकित रह गई, क्योंकि इस उम्र में बच्चे के साथ ऐसा जुड़ाव न सिर्फ समाज के लिए बल्कि कानून के लिए भी एक गंभीर अपराध है।

छात्र का बयान और पुलिस की जांच

टीचर के खुलासे के बाद, जब पुलिस ने छात्र से पूछताछ की, तो उसने भी स्वीकार किया कि उसने टीचर के साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए थे। ये बयान सुनकर पुलिस के हाथ एक बड़ा सुराग लगा और उन्होंने मेडिकल परीक्षण करवाने का फैसला लिया। जब छात्र का मेडिकल कराया गया, तो रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि छात्र शारीरिक रूप से पिता बनने की क्षमता रखता है। इसके बाद पुलिस ने अजन्मे बच्चे और छात्र के DNA टेस्ट का फैसला किया है।

कहाँ गए थे दोनों फरार होने के बाद?

पूछताछ में टीचर ने बताया कि दोनों ने पहले वडोदरा का रुख किया, जहां उन्होंने एक होटल में रात बिताई। इसके बाद वे अहमदाबाद गए और फिर जयपुर की यात्रा की। जयपुर से दिल्ली और फिर वृंदावन भी गए। यह भागदौड़ लगभग पूरे देश में हुई, और आखिरकार दोनों को राजस्थान से पकड़ा गया।

कानूनी कार्रवाई और पुलिस की तत्परता

गुजरात पुलिस ने टीचर के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। टीचर के खिलाफ BNS की धारा 137(2) और POCSO एक्ट की धारा 4, 8, और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है। POCSO एक्ट, यानी Protection of Children from Sexual Offences Act, के तहत बच्चों के साथ शारीरिक और मानसिक शोषण के मामलों में कड़ी सजा का प्रावधान है।

क्या है POCSO एक्ट और क्यों है यह महत्वपूर्ण?

POCSO एक्ट 2012 में भारत सरकार द्वारा लागू किया गया था, ताकि बच्चों के साथ होने वाले यौन अपराधों को रोकने और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए सख्त कानून बने। इस एक्ट के तहत, बच्चों के साथ शारीरिक संबंध, छेड़छाड़, और अन्य यौन अपराधों के मामलों में कठोर सजा का प्रावधान है। यह एक्ट बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और समाज में बच्चों के अधिकारों की रक्षा करता है।

क्या होने वाली है आगे की कार्रवाई?

अब पुलिस दोनों के DNA टेस्ट की तैयारी कर रही है, ताकि यह पुष्टि की जा सके कि बच्चा वास्तव में उसी छात्र का है जैसा कि टीचर ने दावा किया है। इस मामले में कई गंभीर सवाल उठते हैं, जिनका जवाब जांच के बाद ही मिल पाएगा। समाज और कानून व्यवस्था दोनों के लिए यह घटना एक गंभीर चेतावनी है, और यह जरूरी हो गया है कि बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा व्यवस्था को लेकर कड़ी निगरानी रखी जाए।

गुजरात के सूरत में 13 साल के छात्र के साथ टीचर का फरार होना एक चौंकाने वाला और गंभीर मामला है, जिसने समाज में हलचल मचा दी है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर हम सबको सजग रहने की जरूरत है। पुलिस जांच के बाद ही इस मामले में और भी चौकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं। यह घटना न केवल शिक्षा के क्षेत्र में एक बुरी मिसाल पेश करती है, बल्कि कानून की नजरों में भी गंभीर अपराध है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।