चंपई सोरेन के राजनीतिक भविष्य पर संकट: BJP और JMM के बीच फंसे, करियर पर मंडरा रहा खतरा

चंपई सोरेन के राजनीतिक भविष्य पर संकट, बीजेपी और जेएमएम के बीच फंसे, उनका करियर अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा है।

Aug 20, 2024 - 19:48
Aug 20, 2024 - 20:09
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चंपई सोरेन के राजनीतिक भविष्य पर संकट: BJP और JMM के बीच फंसे, करियर पर मंडरा रहा खतरा
चंपई सोरेन के राजनीतिक भविष्य पर संकट: BJP और JMM के बीच फंसे, करियर पर मंडरा रहा खतरा

झारखंड: झारखंड की राजनीति में झारखंड टाइगर नाम से मशहूर चंपई सोरेन का नाम हमेशा से एक मजबूत और प्रभावशाली नेता के रूप में लिया जाता रहा है। लेकिन वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों में चंपई सोरेन का भविष्य अंधकारमय दिखाई दे रहा है। बीजेपी और जेएमएम दोनों ही पार्टियां उन्हें अपने पाले में शामिल करने को लेकर असमंजस में हैं, लेकिन दोनों के बीच चल रहे राजनीतिक खेल ने चंपई सोरेन के राजनीतिक करियर को गंभीर संकट में डाल दिया है।

बीजेपी के लिए चुनौतीपूर्ण निर्णय

बीजेपी खेमे में चंपई सोरेन के शामिल होने की अटकलें पहले से ही चल रही थीं। लेकिन अब पार्टी के कई नेता इस बात को लेकर चिंतित हैं कि अगर चंपई सोरेन बीजेपी में आते हैं, तो इससे पार्टी के भीतर के नेताओं  (Babulal marandi  & Arjun Munda ) की लोकप्रियता को धक्का लग सकता है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इस बात की चिंता है कि चंपई सोरेन की लोकप्रियता से पार्टी के अन्य नेताओं का प्रभाव कम हो सकता है। इसलिए, बीजेपी चंपई सोरेन को अपने खेमे में लाने के लिए उत्साहित नहीं है।

जेएमएम की राजनीति

वहीं दूसरी ओर, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) भी चंपई सोरेन के बढ़ते कद को लेकर चिंतित है। पार्टी नहीं चाहती कि चंपई सोरेन का कद इतना बढ़े कि वह पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं Hemant soren को चुनौती दे सकें। जेएमएम का प्रयास है कि किसी भी तरह से चंपई सोरेन का राजनीतिक प्रभाव सीमित रहे।

चंपई के सीमित विकल्प


चंपई सोरेन के पास अब अधिक विकल्प नहीं बचे हैं। वह अपना खुद का खेमे बनाने में असमर्थ हैं, और सन्यास लेना उनके लिए एक सही विकल्प नहीं होगा। मौजूदा हालात में चंपई सोरेन के पास केवल दो ही रास्ते बचे हैं—या तो वह बड़े सपने देखना छोड़कर अपनी मर्यादा को ताक पर रखकर जेएमएम या बीजेपी में शामिल हो जाएं। लेकिन दोनों ही पार्टियां उनकी गरिमा को धूमिल ही करेंगी, जिससे उनका राजनीतिक करियर और अधिक संकट में पड़ सकता है।

बीजेपी का वोट बैंक खतरे में


यह बात भी स्पष्ट है कि बीजेपी, चंपई सोरेन को अपने साथ लाने में ज्यादा उत्साहित नहीं है, क्योंकि वह उनका वोट बैंक भी पूरी तरह से कैप्चर नहीं कर पाएगी। इससे बीजेपी को लाभ के बजाय नुकसान होने का डर है।


चंपई सोरेन के राजनीतिक करियर का भविष्य अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा है। वह जिस भी पार्टी में जाएं, वहां उनकी गरिमा को ठेस पहुंचने की आशंका है। बीजेपी और जेएमएम के बीच की इस रस्साकशी में चंपई सोरेन का कद और राजनीतिक अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।