Kapali Drugs Busted : तस्कर अरमान 81 पुड़िया ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार, शहर में हड़कंप!
क्या आपका बच्चा भी जमशेदपुर के इस खतरनाक नशे के जाल का शिकार हो सकता है? कपाली ओपी पुलिस ने 81 पुड़िया ब्राउन शुगर के साथ अरमान को कहां से पकड़ा? क्या यह गिरफ्तारी सिर्फ एक छोटी कड़ी है, या इसके पीछे कोई बड़ा 'मास्टरमाइंड' है? ओपी प्रभारी धीरंजन कुमार के नेतृत्व में चल रहे इस ऑपरेशन का लेटेस्ट अपडेट जानकर चौंक जाएंगे!
जमशेदपुर, 25 अक्टूबर 2025 - जमशेदपुर और उसके आसपास के इलाकों में 'सूखे नशे' यानी ब्राउन शुगर का खतरनाक कारोबार लगातार युवा पीढ़ी को तबाह कर रहा है। हालांकि, सरायकेला-खरसावां जिले की कपाली ओपी पुलिस ने आज इस अवैध धंधे के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल की है। मानगो से सटे कपाली इलाके से एक स्थानीय ब्राउन शुगर तस्कर को गिरफ्तार किया गया है, जिसके बाद पूरे नेटवर्क के खुलासे की उम्मीद जगी है।
रंगे हाथों पकड़ा गया अरमान: 81 पुड़िया के साथ स्कूटी भी बरामद
कपाली ओपी पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि हासांडुगरी स्थित काला ईंट भट्टा के समीप ब्राउन शुगर की खरीद-बिक्री की जा रही है। सूचना मिलते ही ओपी प्रभारी धीरंजन कुमार ने तत्परता दिखाते हुए एक विशेष टीम का गठन किया।
पुलिस टीम ने जाल बिछाया और छापेमारी कर मोहम्मद अरमान नामक युवक को 81 पुड़िया ब्राउन शुगर के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया। पुलिस को आरोपी के पास से सिर्फ ब्राउन शुगर ही नहीं, बल्कि अवैध कारोबार से कमाए गए ₹2800 नकद, एक काले रंग की एक्टिवा स्कूटी (JH05DW-1909) और मोबाइल फोन भी बरामद हुआ।
गिरफ्तार अरमान को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
तस्करी का नेटवर्क: क्या अरमान सिर्फ 'मोहरा' है?
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि मोहम्मद अरमान स्थानीय स्तर पर ब्राउन शुगर की सप्लाई करने वाले नेटवर्क में सक्रिय था। हालांकि, जमशेदपुर में जिस तरह से ब्राउन शुगर का कारोबार फैला हुआ है, उससे साफ है कि अरमान इस बड़ी श्रृंखला की सिर्फ एक छोटी कड़ी है।
कपाली ओपी प्रभारी धीरंजन कुमार ने साफ किया है कि उनका अगला लक्ष्य इस तस्करी गिरोह के मास्टरमाइंड और सप्लायरों का पता लगाना है।
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सप्लायर नेटवर्क: पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि अरमान को ब्राउन शुगर की इतनी बड़ी खेप कहाँ से मिलती थी। आदित्यपुर और मानगो के कुछ इलाके पहले भी इस धंधे के 'हब' के रूप में चर्चित रहे हैं।
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मास्टरमाइंड पर नजर: क्या इस तस्करी के पीछे कोई बड़ा और संगठित गिरोह है? हाल के दिनों में परसुडीह, जुगसलाई और मानगो में हुई कई गिरफ्तारियों के तार एक दूसरे से जुड़ते नजर आ रहे हैं, जिसका खुलासा होना अभी बाकी है।
कपाली ओपी का 'ऑपरेशन क्लीन': खुला जंग का ऐलान
ओपी प्रभारी धीरंजन कुमार ने स्पष्ट कर दिया है कि कपाली क्षेत्र में नशे के अवैध कारोबार को जड़ से समाप्त करने के लिए पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा।
“हम नशे के धंधे में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शने वाले नहीं हैं, चाहे वह कितना ही बड़ा सप्लायर क्यों न हो। हमारा उद्देश्य इस क्षेत्र से नशे के इस जाल को पूरी तरह से काट देना है। ”
पुलिस की यह सख्त कार्रवाई न केवल स्थानीय लोगों के लिए राहत लेकर आई है, बल्कि इसने युवाओं को बचाने और इलाके में कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा को लेकर एक नया भरोसा भी पैदा किया है। अब देखना यह होगा कि क्या पुलिस अरमान से पूछताछ के आधार पर इस पूरे ड्रग्स सिंडिकेट की रीढ़ तोड़ पाती है या नहीं।
पाठकों से सवाल:
आपके इलाके में नशाखोरी को रोकने के लिए पुलिस के साथ-साथ स्थानीय समुदाय को और क्या कदम उठाने चाहिए? कमेंट में अपनी राय जरूर दें!
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