UP Shame: कोचिंग जाती छात्रा पर सरेआम जानलेवा हमला, दुपट्टे से दबाया गला; आरोपी गिरफ्तार!
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक छात्रा के साथ सरेआम छेड़छाड़ और जानलेवा हमले की शर्मनाक घटना। आरोपी ने दुपट्टे से गला दबाकर जान लेने की कोशिश की। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जानिए पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से एक डरावनी और शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां एक कोचिंग जा रही छात्रा के साथ सरेआम छेड़छाड़ करने के बाद जानलेवा हमला किया गया। यह घटना दुबौलिया थाना क्षेत्र के बैरागल पेट्रोल पंप के पास हुई, जहां आरोपी आलम सिद्दीकी ने न सिर्फ छात्रा को धमकाया बल्कि उसके दुपट्टे से गला दबाकर उसकी जान लेने की कोशिश की। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या हुआ था उस दिन?
- पीड़िता रोजाना की तरह साइकिल से कोचिंग जा रही थी।
- आरोपी आलम सिद्दीकी ने उसका पीछा किया और पेट्रोल पंप के पास उसकी साइकिल को धक्का देकर गिरा दिया।
- इसके बाद उसने छेड़छाड़ की, उस पर थूका और फिर उसके दुपट्टे से गला दबाकर जान लेने की कोशिश की।
- भीड़ जमा होने पर आरोपी मौके से फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने एक घंटे के अंदर उसे गिरफ्तार कर लिया।
पीड़िता ने क्या कहा?
पीड़िता ने बताया कि आलम काफी समय से उसे परेशान कर रहा था। उसने कहा, "मैं डरी हुई थी, लेकिन भीड़ के इकट्ठा होते ही वह भाग गया। मैंने पुलिस को फोन किया और उन्होंने तुरंत कार्रवाई की।"
पुलिस की कार्रवाई
- दुबौलिया पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया।
- डिप्टी एसपी प्रदीप त्रिपाठी ने कहा कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।
- IPC की धारा 354 (छेड़छाड़), 307 (हत्या का प्रयास) और POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ है।
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बस्ती में महिला सुरक्षा: पुराने मामले और नए सवाल
यह घटना बस्ती जिले में महिला सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े करती है। 2023 में इसी थाना क्षेत्र में छेड़छाड़ के 15 मामले दर्ज हुए थे, लेकिन आरोपियों को सजा नहीं मिली।
क्यों बार-बार हो रही हैं ऐसी घटनाएँ?
1. आरोपियों को डर नहीं: कानून की धीमी प्रक्रिया के कारण अपराधी बेखौफ होते हैं।
2. पुलिस की प्रतिक्रिया धीमी: ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई नहीं होती।
3. सामाजिक कलंक: पीड़िताएं अक्सर शिकायत करने से हिचकिचाती हैं।
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अब क्या होगा आगे?
1. पीड़िता की सुरक्षा: पुलिस ने उसके घर के आसपास पेट्रोलिंग बढ़ाई है।
2. आरोपी की जांच: उसके पिछले रिकॉर्ड की जांच की जा रही है।
3. फास्ट-ट्रैक कोर्ट: मामले को तेजी से सुनवाई के लिए भेजा जाएगा।
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क्या सीखा जाए?
यह घटना दिखाती है कि महिलाओं की सुरक्षा अभी भी एक बड़ी चुनौती है। अगर पीड़िता ने हिम्मत न दिखाई होती, तो शायद आरोपी फरार हो जाता। समाज और पुलिस को मिलकर ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
अब सवाल यह है – क्या इस बार आरोपी को सजा मिलेगी?
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