Gorakhpur Accident: घर के सामने बैठी मां-बेटी को रौंद गई तेज रफ्तार कार, मचा कोहराम
गोरखपुर में तेज रफ्तार कार ने घर के बाहर बैठी महिलाओं और किशोरियों को कुचल दिया। जानिए कैसे एक पल में मातम में बदल गई खुशियों की रात।

गोरखपुर की शांत रात अचानक चीख-पुकार से गूंज उठी, जब एक बेकाबू कार ने घर के सामने बैठी महिलाओं और किशोरियों को बेरहमी से कुचल दिया। गुलरिहा थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव में रात करीब 11:30 बजे हुए इस दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके में मातम फैला दिया।
तेज रफ्तार कार ने जन्नतुन निशा (44 वर्ष) और उनकी बेटी झीना (16 वर्ष) को इतनी बुरी तरह टक्कर मारी कि मौके पर ही उनकी मौत हो गई। वहीं मरियम खान (18), राबिया खातून (23), निहाल (5), जुबैर (17) और सुबराती (16) गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने घायलों को आनन-फानन में बीआरडी मेडिकल कॉलेज भेजा, जहां उनका इलाज जारी है।
हादसे के बाद भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। आसपास के लोग जब तक कुछ समझ पाते, कार में सवार चार युवक मौके से भाग निकले। हालांकि पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एक आरोपी को पकड़ लिया है, जबकि बाकी तीन युवकों की तलाश जारी है।
गोरखपुर हादसा एक बार फिर तेज रफ्तार वाहनों के कहर की भयावहता को सामने लाता है। इतिहास गवाह है कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में सड़क दुर्घटनाएं लंबे समय से चिंता का विषय रही हैं। 2022 के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, यूपी देश के उन राज्यों में शामिल रहा, जहां सबसे ज्यादा सड़क हादसे दर्ज किए गए थे। और अब 2025 में भी स्थिति में ज्यादा बदलाव नहीं दिख रहा है।
इस हफ्ते की शुरुआत में ही बांदा में एक भीषण हादसा हुआ था, जहां एक रोडवेज बस ने तीन बाइक सवारों को रौंद दिया। हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हुआ था। तीनों एक शादी समारोह से लौट रहे थे। इन घटनाओं ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या तेज रफ्तार पर लगाम लग पाना वाकई संभव है?
गोरखपुर के गुलरिहा क्षेत्र के भगवानपुर गांव की यह दर्दनाक रात बताती है कि लापरवाही से भरी ड्राइविंग कैसे जिंदगियों को पलभर में उजाड़ सकती है। स्थानीय लोगों के अनुसार, हादसे के समय कार की रफ्तार इतनी अधिक थी कि ड्राइवर के पास ब्रेक लगाने का भी मौका नहीं था। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कार सीधे महिलाओं और बच्चों के बीच घुस गई और कई मीटर तक घसीटते हुए ले गई।
पुलिस के अनुसार, हिरासत में लिए गए युवक से पूछताछ चल रही है और जल्द ही अन्य फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कार को भी कब्जे में ले लिया है। इस बीच पीड़ित परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव में गम का माहौल छाया हुआ है।
गोरखपुर एसपी ने आम जनता से अपील की है कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या तेज रफ्तार गाड़ियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। प्रशासन ने भी इलाके में नाइट पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की दर्दनाक घटनाओं से बचा जा सके।
यह हादसा एक बार फिर से यह चेतावनी देता है कि रफ्तार का जुनून कब मौत का फरमान बन जाए, कहा नहीं जा सकता। अब वक्त आ गया है कि सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाए जाएं, वरना मासूम जिंदगियां यूं ही रफ्तार के आगे कुचली जाती रहेंगी।
What's Your Reaction?






