बंटवारे का दर्द: हिंदुस्तान से पाकिस्तान तक की कहानी
आनंद से जियो और आनंद से जीने दो - पीयूष गोयल जी, उत्तर प्रदेश
तुम जरूरत हो मेरे लिए - मनोज कुमार जी,उत्तर प्रदेश
मेरा नाम डॉ. सुनील कुमार तिवारी जी है। मेरे पिता का नाम श्री जे. पी. तिवारी है। ...
भगवद्गीता ने बदल दी ज़िंदगी - पीयूष गोयल जी, उत्तर प्रदेश
हां मेहनतकश मजदूर हूं मैं - अर्चना जी, उत्तर प्रदेश
मेरा नाम डॉ. सुनील कुमार तिवारी जी है। मेरे पिता का नाम श्री जे. पी. तिवारी है। ...
सबकी आँखों में आंसू थे - पीयूष गोयल जी, उत्तर प्रदेश
आ बह चलूँ आग की दरिया में - मनोज कुमार, गोण्डा ,उत्तर प्रदेश