साहित्य

ग़ज़ल - 3 - शफ़ीक़ रायपुरी, बस्तर , छत्तीसगढ़

जो क़ैद अपनी ज़ात की  तन्हाईयों में था वो भी समझ रहा था कि गहराईयों में था......

रेप - मनोज कुमार ,गोण्डा ,उत्तर प्रदेश

सड़क पे आ गईं है जिंदगी  रुक के पुकार रही हैं जिन्दगी जिन्दगी की हर घड़ी में श...

बुद्ध की धरती का संदेश - डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित

भारत  नीति संतुलित सदा हृदय में देशहित, इसी तहत यूक्रेन दौरा रूस हमारा परम मी...

दरिंदों को फांसी, कब तक ? - अर्चना जी, उत्तर प्रदेश

दरिंदों को फांसी कब तक ? आखिर कब तक हम किसी बिटिया के बलात्कार का मातम मनाते रहे...

ग़ज़ल  - 9 - नौशाद अहमद सिद्दीकी, भिलाई

दिल मेरा उस पर कभी फिसला नहीं है,  चांद के जैसा अगर चेहरा नहीं है।  ..........

ग़ज़ल - 14 - रियाज खान गौहर, भिलाई

चल रहा है अकड़ कर बड़े आन से  उसका घर चल रहा है मगर दान से ......

ग़ज़ल - 2 - शफ़ीक़ रायपुरी, बस्तर , छत्तीसगढ़

हमेशा  बैते - वफ़ा  का    तवाफ़  मैंने  किया  ख़ता   उधर   से  हुई  ,    एतिराफ...

घाटी में खतरनाक गठबंधन - डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित

वंशवाद का अहम करवाता रहा कुकर्म, फारूक संग गठबंधन  असंवेदनशील बेरहम।.....

आरक्षण पर सियासी भ्रमजाल  - डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित

आरक्षण पर चाल  सियासी भ्रमजाल, यह विपक्ष का नैरेटिव  कर गया खूब कमाल।.....

हजल  - 3 - नौशाद अहमद सिद्दीकी, भिलाई

घुमा रही है वो पागल बना बना के मुझे,  धतूरा प्यार का अपना खिला खिला के मुझे।   ...

ग़ज़ल - 13 - रियाज खान गौहर, भिलाई

साथ मिलता रहे आपका रात दिन  बस यही मांगता हूं दुआ रात दिन ........

ममता का विचित्र रवैया - डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित

माँ माटी मानुष स्लोगन झूठा यह ममता का नारा, अपराधी के बचाव में राज्य का प्रशा...

हजल - 2 - नौशाद अहमद सिद्दीकी, भिलाई

घुट घुट के मर रहा हूं, मैं तो दुकान में,  ठसके से सो रही है बेगम मकान में।  ......

ग़ज़ल - 12 - रियाज खान गौहर, भिलाई

कौन उगंली उठाता मिरी बात पर  आप राजी हुए जब खरी बात पर .......

 भूमि पूजन पर  - प्रतिभा प्रसाद 'कुमकुम'

राम जी का है ये कमाल ,  कोरोना का उठता सवाल। राम लला जी आएंगे , मंदिर में आसन...