Lahore Murder: पाकिस्तान में हिंदू श्रद्धालु की गोली मारकर हत्या, ननकाना साहिब जाते वक्त हुआ हादसा
पाकिस्तान के लाहौर में हिंदू श्रद्धालु की हत्या की दर्दनाक घटना, जो श्री गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व में शामिल होने जा रहा था। जानिए पूरी घटना की जानकारी।
पाकिस्तान,15 नवम्बर 2024: पाकिस्तान के लाहौर शहर में एक हिंदू श्रद्धालु की गोली मारकर हत्या करने का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यह घटना उस समय हुई जब श्रद्धालु राजेश कुमार श्री गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व में भाग लेने के लिए श्री ननकाना साहिब जा रहे थे। उनकी यात्रा के दौरान लूटेरों ने न केवल उनकी हत्या की, बल्कि लाखों रुपये लूट लिए। इस वारदात ने एक बार फिर पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा और सुरक्षा व्यवस्थाओं की कमी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना का विवरण: लूट और हत्या
राजेश कुमार, जो सिंध प्रांत के लरकाना शहर से थे, अपने दोस्त और एक रिश्तेदार के साथ कार में लाहौर से ननकाना साहिब जा रहे थे। जैसे ही उनकी कार मनानवाला-ननकाना साहिब रोड पर लाहौर से लगभग 60 किलोमीटर दूर पहुंची, तीन लुटेरों ने उन्हें रोक लिया। पुलिस के मुताबिक, लुटेरों ने राजेश कुमार और उनके साथियों से साढ़े चार लाख पाकिस्तानी रुपये लूटे और कार चालक से 10 हजार रुपये छीने।
लेकिन जब राजेश कुमार ने लुटेरों का विरोध किया, तो बदले में लुटेरों ने उन पर गोली चला दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। गोली लगने के बाद राजेश कुमार को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी हालत गंभीर थी और उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
पुलिस कार्रवाई: आरोपियों की तलाश में
राजेश कुमार के रिश्तेदार की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पाकिस्तान दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत लूट, हत्या और आत्महत्या के प्रयास की धाराओं में जांच शुरू कर दी है। फिलहाल, पुलिस लुटेरों की तलाश कर रही है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। इस घटना को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच भी गहरी चिंता जताई जा रही है।
गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर बड़ा सवाल
राजेश कुमार की हत्या उस समय हुई जब पाकिस्तान में श्री गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व के आयोजन की तैयारियां चल रही थीं। इस मौके पर ननकाना साहिब में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। भारत से 2,500 से अधिक सिख श्रद्धालु इस खास मौके पर पाकिस्तान पहुंचे थे। लेकिन राजेश कुमार की हत्या ने इस आयोजन को एक काले धब्बे के रूप में बदल दिया है।
यह घटना पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करती है। जहां एक तरफ धार्मिक आयोजन हो रहे थे, वहीं दूसरी ओर धार्मिक हिंसा और लूटपाट की घटनाएं घट रही थीं।
पाकिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपराध की घटनाओं में तेजी देखी जा रही है। हालात यह हैं कि धार्मिक यात्राओं पर जाने वाले श्रद्धालुओं को भी सुरक्षा का खतरा महसूस हो रहा है। यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान में हिंदू, सिख, या अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर हमला हुआ हो। इससे पहले भी पाकिस्तान में धार्मिक हिंसा और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमलों की घटनाएं सामने आई हैं।
राजेश कुमार की हत्या ने एक बार फिर पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है। पाकिस्तान सरकार को अब तत्काल ऐसे कदम उठाने की जरूरत है, ताकि धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
भारत-पाकिस्तान संबंधों पर असर
राजेश कुमार की हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सुरक्षा और धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकार को लेकर बातचीत फिर से तेज हो सकती है। भारतीय श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भारत-पाकिस्तान धार्मिक यात्राओं के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देना बेहद महत्वपूर्ण है। यह घटना दोनों देशों के बीच धार्मिक और सुरक्षा संबंधों पर भी असर डाल सकती है।
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