Nawada Workshop: पुरुष नसबंदी पखवाड़ा अभियान को सफल बनाने की तैयारी शुरू
नवादा में 18 से 30 नवंबर 2024 तक पुरुष नसबंदी पखवाड़ा को सफल बनाने के लिए कार्यशाला का आयोजन। लक्ष्य: 170 पुरुष नसबंदी, 4840 अंतर सुई, और 1810 महिला बंध्याकरण।
नवादा। परिवार नियोजन को लेकर जागरूकता बढ़ाने और मिशन परिवार विकास के तहत जनसंख्या नियंत्रण को प्रोत्साहित करने के लिए नवादा में 18 से 30 नवंबर 2024 तक पुरुष नसबंदी पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है। इस अभियान के लिए जिले को विस्तृत लक्ष्य दिए गए हैं, जिन्हें प्राप्त करने के लिए समर्पित कार्यशालाएं और रणनीतिक तैयारियां की जा रही हैं।
कार्यशाला का आयोजन
जिला पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश की अध्यक्षता में डीआरडीए सभागार में आयोजित समन्वय बैठक और कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न अधिकारियों और संस्थाओं ने भाग लिया। पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नवीन कुमार पांडेय ने बताया कि अभियान के दौरान कुल 1810 महिला बंध्याकरण, 170 पुरुष नसबंदी, 2885 कॉपर-टी और 4840 अंतर सुई लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
जनसंख्या नियंत्रण का महत्व
भारत में जनसंख्या विस्फोट एक प्रमुख समस्या है, जो स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा, और रोजगार पर दबाव बढ़ाती है। ऐसे में पुरुष नसबंदी जैसे अभियान न केवल जागरूकता बढ़ाते हैं, बल्कि परिवार नियोजन को भी सशक्त बनाते हैं। इस पहल का उद्देश्य उच्च जन्म दर वाले क्षेत्रों और वंचित समूहों तक पहुंचना है।
विशेष तैयारियां और योजनाएं
- सारथी रथ: प्रचार-प्रसार के लिए विशेष सारथी रथों के माध्यम से उच्च जन्म दर वाले क्षेत्रों में जागरूकता फैलाई जाएगी।
- परिवार नियोजन मेले: प्रत्येक प्रखंड में परिवार नियोजन मेले का आयोजन होगा।
- अधिकारियों का सहयोग: बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, पंचायती राज पदाधिकारी, जीविका, और विकास मित्रों को अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कहा गया है।
स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा
बैठक के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर भी चर्चा हुई। जिला पदाधिकारी ने सरकारी अस्पतालों में प्रसव की संख्या बढ़ाने और आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आशा और एएनएम कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर गर्भवती महिलाओं को सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिलाना सुनिश्चित करना चाहिए।
पुरस्कार और सराहना
नवादा जिले को 2024-25 में महिला बंध्याकरण में बिहार में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा सम्मानित किया गया। इस उपलब्धि पर जिला पदाधिकारी ने सभी अधिकारियों और स्वास्थ्यकर्मियों की सराहना की।
गैर-पंजीकृत क्लीनिक पर कार्रवाई
बैठक में जिला पदाधिकारी ने सिविल सर्जन को सभी गैर-पंजीकृत क्लीनिक और जाँच घरों को तुरंत निबंधित करने के निर्देश दिए। साथ ही, मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर के आंकड़े एक सप्ताह में प्रस्तुत करने को कहा।
अभियान का व्यापक प्रभाव
पुरुष नसबंदी पखवाड़ा जैसे अभियान न केवल जनसंख्या नियंत्रण में मदद करेंगे, बल्कि समाज में स्वास्थ्य और जागरूकता का संदेश भी फैलाएंगे। नवादा के अधिकारी और स्वास्थ्य कर्मी इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए पूरी सक्रियता से काम कर रहे हैं।
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