Nawada Arrested: नवादा में Cyber Criminals की धुलाई, 6 मोबाइल जब्त! जानिए कैसे काम करता था ठगी का पूरा नेटवर्क
नवादा जिले में साइबर अपराधियों के गिरोह का पर्दाफाश! 6 मोबाइल जब्त, ठगी के दस्तावेज़ और जानकारी के साथ गिरफ्तार किए गए आरोपित। जानें साइबर अपराधियों के काम करने का तरीका।
नवादा जिले में साइबर अपराधियों का एक गिरोह सक्रिय था, जो लोगों को पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी, ब्रांडेड कंपनियों के एजेंसी, सस्ते दर पर लोन और वाहन सहित अन्य सामानों का झांसा देकर ठगने का काम कर रहा था। यह गिरोह अब पुलिस के शिकंजे में आ चुका है। हाल ही में साइबर थाना पुलिस ने हिसुआ थाना क्षेत्र के अरियन गांव में छापेमारी कर एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है और उसके पास से 6 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
कैसे काम करता था यह साइबर गिरोह?
यह गिरोह विभिन्न एटीएम से लाखों रुपये का लेन-देन कर आमलोगों को अपना शिकार बना रहा था। इन अपराधियों का मुख्य तरीका था लोगों को धोखे में डालकर उन्हें लोन और अन्य सेवाओं का झांसा देना। खासकर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों जैसे वारिसलीगंज, पकरीबारावां, काशीचक, हिसुआ और शाहपुर में इन ठगों का नेटवर्क सक्रिय था। ये लोग फोन और ऑनलाइन साइट्स का उपयोग करके अपने शिकारों से पैसे उगाहते थे।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
साइबर थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि अरियन गांव में साइबर ठगी का काम चल रहा है। इसके बाद एसपी अभिनव धीमान के निर्देश पर साइबर थानाध्यक्ष के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई और छापेमारी की गई। इस छापेमारी में पुलिस ने ठगी के लिए इस्तेमाल हो रहे 6 मोबाइल जब्त किए। साथ ही, इन मोबाइल्स के गैलरी और वाट्सएप चैट से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज़ और जानकारी बरामद की गई। इन दस्तावेज़ों में फ्लिपकार्ट, बजाज फाइनेंस, पर्सनल लोन और धनी इंस्टेंट पर्सनल लोन के आईडी कार्ड, फर्जी लोन एप्रूवल लेटर, आधार कार्ड, पैन कार्ड, क्यूआर कोड, ऑनलाइन प्रोडक्ट ऑर्डर स्क्रीनशॉट्स और ट्रांजैक्शन डिटेल्स शामिल थे।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान
गिरफ्तार आरोपी की पहचान हिसुआ थाना क्षेत्र के अरियन गांव निवासी विकास कुमार उर्फ गोलू के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि यह अपराधी ऑनलाईन शॉपिंग और कैश ऑन डिलीवरी के माध्यम से लोगों को ठगता था। वह शिकार किए गए लोगों को उनके ऑर्डर में तकनीकी समस्या का झांसा देकर उनसे पैसे की ठगी करता था।
कैसे काम करता था ठगी का तरीका?
गिरफ्तार आरोपी और उसके साथियों का मुख्य तरीका था कि वे अपने शिकारों को विश्वास में लेकर उन्हें ऑनलाइन शॉपिंग और लोन की पेशकश करते थे। वे शिकार को यह कहते थे कि उनके ऑर्डर में तकनीकी समस्या आ गई है और डिलीवरी नहीं हो सकती, लेकिन बदले में उन्हें भुगतान करने के लिए मजबूर कर देते थे। इस तरह से वह पैसे की ठगी का काम करते थे।
पुलिस की कार्रवाई और गिरोह का भंडाफोड़
पुलिस की इस कार्रवाई से साइबर अपराधियों के गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। साइबर थानाध्यक्ष डीएसपी प्रिया ज्योति ने बताया कि इस गिरोह का नेटवर्क जिले के कई गांवों में फैला हुआ था और यह लगातार ठगी के जरिए लोगों से पैसे उगाह रहा था। पुलिस की इस कार्रवाई में साइबर थाना के एसआई रविरंजन मंडल, एसआई निलेश कुमार सिंह, सिपाही चंदन कुमार राम, धुरी कुमार, रंजन कुमार और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
नवादा में साइबर अपराधी गिरोह का पर्दाफाश होने के बाद अब लोग अधिक सतर्क हो जाएंगे। पुलिस की तेज़ कार्रवाई और इस गिरोह के पकड़े जाने से यह संदेश जाता है कि साइबर अपराधी अब पुलिस के शिकंजे से नहीं बच सकते। इस घटना ने यह भी साबित कर दिया कि साइबर अपराधियों से बचने के लिए हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए और किसी भी अनजान लोन या ऑनलाइन ऑफर को संजीदगी से जांचना चाहिए।
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