नवादा, 10 जनवरी: नवादा के जिला पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश ने जवाहर नवोदय विद्यालय, रेवार का निरीक्षण कर विद्यालय में चल रही समस्याओं का मूल्यांकन किया। इसके बाद विद्यालय प्रबंध समिति और विद्यालय सलाहकार समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
निरीक्षण के दौरान उठे प्रमुख मुद्दे और डीएम के सख्त निर्देश:
1. जलापूर्ति संकट का समाधान:
विद्यालय में पुरानी पाइपलाइन की वजह से पानी की आपूर्ति बाधित हो रही थी।
जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी को नई पाइपलाइन जल्द बिछाने का निर्देश दिया।
2. बिजली व्यवस्था का आधुनिकीकरण:
विद्यालय परिसर में झुके हुए बिजली के खंभे और लटकते तारों से दुर्घटना का खतरा बढ़ गया था।
डीएम ने केबल सिस्टम के तहत अंडर वायरिंग और स्ट्रीट लाइट लगाकर बिजली व्यवस्था को सुधारने का आदेश दिया।
3. गड्ढों और जलजमाव से राहत:
विद्यालय परिसर में गड्ढों और जलजमाव के कारण आवाजाही में दिक्कत आ रही थी।
जिला पदाधिकारी ने डीपीओ, मनरेगा को निर्देश दिया कि जलनिकासी व्यवस्था को तत्काल दुरुस्त किया जाए।
4. हैंडपंप की स्थापना:
छात्र-छात्राओं की पेयजल समस्या को देखते हुए मेन गेट समेत विद्यालय परिसर के चार स्थानों पर हैंडपंप लगाने का आदेश दिया गया।
कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी को जल्द स्थापना सुनिश्चित करने को कहा गया।
5. शौचालय और स्वच्छता:
विद्यालय में शौचालयों की स्थिति में सुधार की आवश्यकता पर जोर देते हुए, डीएम ने तत्काल सुधार कार्य करने का आदेश दिया।
बैठक में कौन-कौन रहे मौजूद?
इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, प्रभारी प्राचार्य डॉ. रामानंद तिवारी, विद्युत और पीएचईडी के कनिष्ठ अभियंता सहित अन्य शिक्षक और कर्मी उपस्थित रहे।
नवादा में शिक्षा व्यवस्था की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:
नवादा शिक्षा के क्षेत्र में नवोदय विद्यालयों ने हमेशा बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
जवाहर नवोदय विद्यालय की स्थापना 1986 में ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने के लिए की गई थी।
रेवार का नवोदय विद्यालय भी इसी उद्देश्य को पूरा कर रहा है।
डीएम ने क्या कहा?
जिला पदाधिकारी रवि प्रकाश ने कहा:
"शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है। नवोदय विद्यालय जैसे संस्थान छात्रों के भविष्य निर्माण के केंद्र हैं, इसलिए इनकी सुविधाएं प्राथमिकता पर होंगी।"
नवादा के डीएम द्वारा जवाहर नवोदय विद्यालय में किया गया निरीक्षण और उनकी सख्त कार्रवाई शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
विद्यालय प्रबंधन और अधिकारियों को दिए गए ये निर्देश विद्यार्थियों के लिए सुविधाजनक और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करेंगे।