Nawada Tragedy: शॉर्ट सर्किट से लगी आग, दुकान राख, लोग बाल-बाल बचे
नवादा के परनाडाबर थाना गेट के पास एक किराना दुकान में शॉर्ट सर्किट से भयंकर आग लगी, हजारों का सामान जलकर राख। जानें कैसे लोग बाल-बाल बचे और क्या है घटना का पूरा विवरण।
नवादा, 7 दिसंबर 2024: नवादा जिले के उग्रवाद प्रभावित परनाडाबर थाना गेट के पास एक किराना दुकान में अचानक शॉर्ट सर्किट से भयंकर आग लग गई। इस हादसे में दुकान में रखा हजारों रुपये का सामान जलकर राख हो गया। गनीमत रही कि दुकान के अंदर मौजूद लोग समय रहते बाहर निकल आए, जिससे एक बड़ी अनहोनी टल गई।
घटना का विवरण
यह हादसा शाम करीब 7 से 8 बजे के बीच का है। दुकान, जो दिनेश चौधरी के पुत्र सुनील चौधरी की थी, परनाडाबर थाना गेट के पास स्थित है। घटना के समय दुकान में सुनील चौधरी के कुछ परिचित बैठे हुए थे। अचानक बिजली के शॉर्ट सर्किट से आग लग गई।
आग की लपटें इतनी तेज थीं कि कुछ ही मिनटों में दुकान में रखा सारा सामान जलने लगा। दुकान से उठती लपटों और धुएं को देखकर स्थानीय लोग और पास में मौजूद पुलिसकर्मी तुरंत मदद के लिए दौड़े। हालांकि, आग इतनी तेज थी कि सारा सामान जलकर राख हो गया।
लोगों की सतर्कता से बची जानें
दुकान में मौजूद लोगों ने आग लगने के तुरंत बाद सतर्कता दिखाते हुए बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। स्थानीय निवासियों और पुलिसकर्मियों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग ने पहले ही पूरे सामान को अपनी चपेट में ले लिया था।
पीड़ित का दर्द और मदद की गुहार
इस घटना से सुनील चौधरी को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। पीड़ित ने सिरदला अंचल अधिकारी को आवेदन देकर सरकारी सहायता की मांग की है। सुनील चौधरी ने कहा कि उनकी दुकान ही परिवार के जीविका का एकमात्र साधन थी। अब वे मदद की उम्मीद में सरकारी अधिकारियों की ओर देख रहे हैं।
आग की घटनाओं का इतिहास: शॉर्ट सर्किट से खतरा
शॉर्ट सर्किट से आग लगने की घटनाएं देशभर में लगातार बढ़ रही हैं। बिजली की लापरवाही, खराब वायरिंग, और समय-समय पर उपकरणों की जांच न होना ऐसी घटनाओं के मुख्य कारण हैं। भारत में हर साल हजारों लोग शॉर्ट सर्किट से लगी आग में अपनी संपत्ति और जीवन गंवाते हैं।
नवादा जैसे उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में यह खतरा और बढ़ जाता है, जहां फायर सेफ्टी उपायों की कमी और बिजली की अनियमितता आम समस्याएं हैं।
स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर सवाल
इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जब यह स्पष्ट है कि शॉर्ट सर्किट से आग लगने की संभावना अधिक है, तो क्यों नहीं बिजली विभाग नियमित निरीक्षण करता है?
स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन को ऐसे हादसों को रोकने के लिए अधिक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। साथ ही, बिजली उपकरणों और वायरिंग की नियमित जांच अनिवार्य की जानी चाहिए।
नवादा के परनाडाबर में हुई यह घटना आगजनी की गंभीरता और सतर्कता की आवश्यकता को उजागर करती है। हालांकि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई, लेकिन आर्थिक नुकसान ने एक परिवार की जीविका पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सरकार और स्थानीय प्रशासन को इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे। साथ ही, प्रभावित परिवार को आर्थिक सहायता देकर उनके जीवन को फिर से पटरी पर लाने की कोशिश करनी चाहिए।
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