Nawada Meeting: पीयूसीएल ने दिल्ली सम्मेलन की तैयारी पर की चर्चा, मानवाधिकार एजेंडे को लेकर चिंता

नवादा में पीयूसीएल की बैठक, दिल्ली सम्मेलन की तैयारियों और संगठन की सुस्ती पर चर्चा। जानें, मानवाधिकार के एजेंडे को लेकर उठाए गए मुद्दे और भविष्य की योजनाएं।

Dec 7, 2024 - 13:27
 0
Nawada Meeting: पीयूसीएल ने दिल्ली सम्मेलन की तैयारी पर की चर्चा, मानवाधिकार एजेंडे को लेकर चिंता
Nawada Meeting: पीयूसीएल ने दिल्ली सम्मेलन की तैयारी पर की चर्चा, मानवाधिकार एजेंडे को लेकर चिंता

नवादा, 7 दिसंबर 2024: मानवाधिकार संगठन पीयूसीएल (पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज) की जिला इकाई की एक महत्वपूर्ण बैठक नवादा के मिर्जापुर स्थित निराला सदन में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार अकेला ने की, जिसमें जनवरी 2025 में दिल्ली में होने वाले राष्ट्रीय पार्षद सम्मेलन की तैयारियों और मानवाधिकार के मुद्दों पर चर्चा की गई।

दिल्ली सम्मेलन में नवादा की भागीदारी

बैठक में 18-19 जनवरी 2025 को दिल्ली में होने वाले राष्ट्रीय पार्षद सम्मेलन पर विशेष ध्यान दिया गया। सदस्यों ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर नवादा पीयूसीएल की भूमिका अब तक सराहनीय रही है। हालांकि, हाल के दिनों में संगठन की गतिविधियों में सुस्ती देखी गई है। इस सम्मेलन को संगठन के पुनरुत्थान के एक अवसर के रूप में देखा जा रहा है।

बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि नवादा की भागीदारी दिल्ली सम्मेलन में सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए दिनेश कुमार अकेला, डॉ. ओंकार निराला, विपिन कुमार, और विजय कुमार उर्फ छोटे जी को अधिकृत किया गया है।

मानवाधिकार एजेंडे पर चिंता

सदस्यों ने चिंता व्यक्त की कि संगठन की बैठकों की नियमितता में कमी के कारण कई मानवाधिकार मुद्दे चर्चा और कार्रवाई से छूट जाते हैं।
डॉ. ओंकार निराला ने कृष्णा नगर आगजनी घटना पर राज्य परिषद के दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि इस दौरान नवादा के सदस्यों की भूमिका सराहनीय रही। लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मानवाधिकार की लड़ाई में संगठन की सक्रियता बनाए रखना बेहद आवश्यक है।

बैठक के प्रमुख बिंदु

  1. संगठन की सक्रियता बढ़ाने का संकल्प:
    वक्ताओं ने संगठन की नियमित बैठकें आयोजित करने और मानवाधिकार के लिए संघर्ष जारी रखने का निर्णय लिया।

  2. दिल्ली सम्मेलन की तैयारी:
    सदस्यों ने कहा कि दिल्ली में आयोजित सम्मेलन न केवल संगठन की साख को मजबूत करेगा बल्कि मानवाधिकार एजेंडे को राष्ट्रीय मंच पर लाने का अवसर भी प्रदान करेगा।

  3. स्थानीय मानवाधिकार मुद्दों पर फोकस:
    नवादा में कृष्णा नगर आगजनी घटना जैसे मामलों पर अधिक सक्रियता दिखाने और राज्य परिषद के साथ मिलकर काम करने का संकल्प लिया गया।

बैठक में भाग लेने वाले प्रमुख सदस्य

बैठक में विपिन कुमार (सचिव), विजय कुमार छोटे, अशोक समदर्शी, शशिभूषण शर्मा, अवधेश कुमार, सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह, शाइना प्रवीण, और शंभू विश्वकर्मा जैसे प्रमुख सदस्यों ने भाग लिया।

इतिहास में पीयूसीएल का योगदान

पीयूसीएल की स्थापना 1976 में इमरजेंसी के दौरान हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य नागरिक स्वतंत्रता की रक्षा और सामाजिक अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना है। नवादा जिले में संगठन ने कई महत्वपूर्ण मानवाधिकार मामलों में सक्रिय भूमिका निभाई है। हालांकि, हाल के दिनों में संगठन की गतिविधियों में गिरावट आई है, जिसे अब सुधारने का प्रयास किया जा रहा है।

पीयूसीएल की नवादा इकाई दिल्ली सम्मेलन को संगठन की सक्रियता बढ़ाने के एक अवसर के रूप में देख रही है। बैठक में संगठन के पुनरुत्थान के लिए कई ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया गया। सदस्यों ने मानवाधिकार की लड़ाई को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है, जो न केवल नवादा जिले बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी साख को मजबूत करेगा।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।