Basti Storm: निकाह से ठीक पहले आया तूफान, उड़ गया सेहरा, गिर गया पंडाल!
बस्ती जिले में निकाह से ठीक पहले ऐसा तूफान आया कि पंडाल उड़ गया, कुर्सियां इधर-उधर बिखर गईं और दूल्हे का सेहरा तक हवा में उड़ गया। आखिर कैसे तूफान के बीच बरातियों ने शादी को बचाया? जानिए पूरी कहानी।

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक निकाह ऐसा हुआ, जिसे शायद दूल्हा-दुल्हन ताउम्र भूल नहीं पाएंगे। शादी की तैयारियां पूरी हो चुकी थीं, दुल्हन स्टेज पर आने ही वाली थी कि एक जबरदस्त तूफान ने पूरे समारोह को तबाह कर दिया।
देखते ही देखते शादी का पंडाल हवा में उड़ गया, कुर्सियां बिखर गईं और सबसे दिलचस्प – दूल्हे का सेहरा तक उड़कर दूर जा गिरा। लोग अपनी प्लेट छोड़कर इधर-उधर भागने लगे। जिस निकाह में लज़ीज़ पकवानों का मज़ा लिया जाना था, वहां बारातियों को टेंट के खंभे पकड़कर खड़ा रहना पड़ा।
लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आया जब बरातियों और परिवारवालों ने हिम्मत नहीं हारी और कुछ ही देर बाद शादी को सफलतापूर्वक संपन्न कराया।
निकाह के बीच आया कहर! क्या था पूरा मामला?
बस्ती के वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के भाटपार गांव से एक मुस्लिम दूल्हा गाजे-बाजे और धूमधाम के साथ बारात लेकर ननकुपुर गांव पहुंचा। सभी खुश थे, माहौल बेहद शानदार था। लेकिन जैसे ही दुल्हन के कुबूलनामे का वक्त आया, आसमान में काले बादल घिर आए।
फिर अचानक…
– एक भयंकर आंधी आई, जिसने कुछ ही सेकंड में पूरा टेंट उखाड़ फेंका।
– कुर्सियां हवा में उड़ने लगीं और लोग अपनी प्लेटें छोड़कर बचने के लिए भागने लगे।
– दूल्हे का सेहरा भी हवा में उड़कर दूर जाकर गिर गया।
– कुछ बाराती तो बड़ी मुश्किल से खुद को गिरने से बचा पाए।
शादी की सजावट पूरी तरह बर्बाद हो चुकी थी और ऐसा लगने लगा कि अब निकाह हो ही नहीं पाएगा।
बरातियों की हिम्मत और तूफान के आगे ‘निकाह’ की जंग!
लेकिन इस मुश्किल घड़ी में बारातियों ने हिम्मत दिखाई।
– कुछ लोगों ने टेंट के खंभों को जोर से पकड़ लिया, ताकि पूरा ढांचा गिरने से बच जाए।
– महिलाएं और बच्चे सुरक्षित जगहों पर छिप गए।
– जब तक तूफान थमा, तब तक लोग अपनी जगह डटे रहे।
गनीमत रही कि घंटेभर बाद मौसम सामान्य हुआ और दूल्हे का सेहरा भी बरामद कर लिया गया। तुरंत जल्दबाजी में काजी को बुलाया गया और शादी पूरी कराई गई।
सोशल मीडिया पर ‘तूफानी निकाह’ हुआ वायरल!
इस अनोखी शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
– कुछ लोग बारातियों की हिम्मत की तारीफ कर रहे हैं।
– कुछ लोग इसे "तूफानी निकाह" का नाम दे रहे हैं।
– वहीं कुछ लोग चुटकी लेते हुए कह रहे हैं कि कुदरत भी इस शादी का हिस्सा बनना चाहती थी।
इतिहास में पहले भी हो चुकी हैं ऐसी शादियां
शादियों में अचानक मौसम बिगड़ने की घटनाएं पहली बार नहीं हुई हैं।
– 2017 में राजस्थान में एक शादी के दौरान ऐसा ही आंधी-तूफान आया था, जिसमें पंडाल गिरने से कुछ लोगों की जान भी चली गई थी।
– 2021 में उत्तराखंड में भारी बर्फबारी के बीच एक दूल्हे ने घोड़े पर बैठकर शादी करने का फैसला किया था।
– और अब बस्ती का यह तूफानी निकाह, जो शायद बरसों तक याद रखा जाएगा।
क्या यह संकेत था या सिर्फ एक इत्तेफाक?
कुछ लोगों का मानना है कि शादी से ठीक पहले आए इस तूफान को "कुदरत का इशारा" मानना चाहिए, जबकि कुछ लोग इसे सिर्फ एक इत्तेफाक कह रहे हैं।
लेकिन जो भी हो, इस निकाह में मौजूद हर शख्स इस अनुभव को कभी नहीं भूल पाएगा।
आपका क्या मानना है – क्या यह एक साधारण घटना थी, या कुदरत ने खुद इस निकाह में दखल दिया?
What's Your Reaction?






