Shahjahanpur Accident: शादी से लौट रहे थे, बेकाबू कार ने सबकुछ खत्म कर दिया... 6 की दर्दनाक मौत
शाहजहांपुर के मदनापुर में बरेली-इटावा हाईवे पर भीषण सड़क हादसे में छह लोगों की मौत हो गई। दावत और शादी समारोह से लौट रहे बाइक व कार सवारों की आमने-सामने की टक्कर ने कोहराम मचा दिया।

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक दर्दनाक हादसे ने कई घरों को मातम में डुबो दिया। सोमवार की रात बरेली-इटावा हाईवे पर मदनापुर क्षेत्र के कवीलपुर गांव के पास एक बेकाबू कार और मोटरसाइकिल के बीच भीषण टक्कर हो गई। हादसा इतना भयंकर था कि टक्कर के साथ ही बाइक में आग लग गई और देखते ही देखते चीख-पुकार से इलाका दहल उठा। इस हादसे में कुल 6 लोगों की मौत हो गई, जिनमें चार बाइक सवार और दो कार सवार शामिल हैं।
हादसा रात करीब 9 बजे हुआ जब बरेली से गिरधरपुर गांव की ओर एक कार जा रही थी। दूसरी तरफ, तिलहर कस्बे के चार युवक मोटरसाइकिल से मदनापुर क्षेत्र में एक दावत से लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि तेज रफ्तार में दौड़ती कार अचानक अनियंत्रित हो गई और बाइक से भिड़ गई। टक्कर इतनी तेज थी कि मोटरसाइकिल का ईंधन टैंक फट गया और आग लग गई। बाइक सवार चारों युवक बुरी तरह झुलस गए और बाद में अस्पताल में दम तोड़ बैठे।
मृतकों में कार सवार सुधीर (40) और सोनू (18) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाइक पर सवार रवि (20), आकाश (20), दिनेश (19) और अभिषेक (19) की हालत गंभीर थी और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें बचा नहीं पाए।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश द्विवेदी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि दोनों पक्ष अलग-अलग सामाजिक आयोजनों में शामिल होकर लौट रहे थे। जहां बाइक सवार युवक तिलहर से दावत में गए थे, वहीं कार सवार लोग गिरधरपुर गांव में शादी में शामिल होने जा रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के बाद कुछ देर के लिए सड़क पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि स्थानीय लोगों ने बाल्टियों से पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
इस मार्ग पर पहले भी कई बड़े हादसे हो चुके हैं। बरेली-इटावा हाइवे लंबे समय से खतरनाक सड़कों में गिना जाता है। अतीत में भी यहां ओवरस्पीड, लाइट की कमी और खराब सड़क डिजाइन के चलते कई जिंदगियां जा चुकी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन ने बार-बार मांग के बावजूद सड़क पर स्पीड ब्रेकर या चेतावनी बोर्ड नहीं लगाए हैं, जो हादसों की बड़ी वजह बनते जा रहे हैं।
फिलहाल पुलिस ने सभी मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है, और गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर से ओवरस्पीडिंग और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या इस हादसे के बाद प्रशासन चेतावनी लेगा या एक और हादसे का इंतजार करेगा?
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