Gorakhpur Tribute: सीएम योगी पहुंचे बुढ़ियाबारी, उमेश यादव के परिवार को दी सांत्वना
गोरखपुर के बुढ़ियाबारी गांव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे। स्वर्गीय उमेश यादव के परिवार से मिले और सांत्वना दी। जानें, इस गांव से सीएम योगी का क्या है पुराना नाता?

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बुढ़ियाबारी गांव का दौरा किया और हाल ही में दिवंगत हुए ग्राम प्रधान उमेश यादव के परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। 25 फरवरी को 60 वर्षीय उमेश यादव का निधन हो गया था, जिससे पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई थी।
मुख्यमंत्री ने अपने पूर्वजों की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए यादव परिवार से आत्मीयता दर्शाई और स्वर्गीय उमेश यादव के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, "हमारे परदादा ब्रह्मलीन दिग्विजयनाथ जी और दादा ब्रह्मलीन अवेद्यनाथ जी का इस परिवार से गहरा नाता था, जिसे हम आगे भी निभाते रहेंगे।"
तीन पीढ़ियों से चला आ रहा रिश्ता
बुढ़ियाबारी गांव और योगी आदित्यनाथ का संबंध नया नहीं है। यह रिश्ता तीन पीढ़ियों से चला आ रहा है। गोरखनाथ मठ के पूर्व महंत ब्रह्मलीन दिग्विजयनाथ जी और फिर अवेद्यनाथ जी का स्वर्गीय रामपत यादव से घनिष्ठ संबंध था। अब योगी आदित्यनाथ भी इसी परंपरा को निभाते हुए यादव परिवार के दुख में शामिल हुए।
बुढ़ियाबारी गांव में जब सीएम योगी पहुंचे, तो पूरा इलाका भावुक हो उठा। उमेश यादव की पत्नी भारती यादव, पुत्र कृष्णा यादव, और परिवार के अन्य सदस्य बलबीर यादव, अजीत यादव, सुशील यादव, सुजीत यादव, यादवेंद्र यादव और पंकज यादव भी इस मौके पर मौजूद रहे।
कौन थे उमेश यादव?
उमेश यादव बुढ़ियाबारी गांव के तीन बार निर्वाचित ग्राम प्रधान थे। उन्हें अपने गांव और क्षेत्र के विकास के लिए जाना जाता था। ग्रामीण विकास और सामाजिक कार्यों में उनकी गहरी रुचि थी, जिससे वे जनता के चहेते बन गए थे।
बुढ़ियाबारी: एक ऐतिहासिक गांव
गोरखपुर जिले का बुढ़ियाबारी गांव ऐतिहासिक दृष्टि से भी खास है। यह इलाका कभी गोरखनाथ मंदिर से जुड़ा हुआ था और यहां के कई बुजुर्गों का कहना है कि ब्रह्मलीन दिग्विजयनाथ और अवेद्यनाथ जी यहां आकर प्रवचन करते थे। यही वजह है कि योगी आदित्यनाथ का इस गांव से विशेष लगाव है।
सीएम योगी का व्यक्तिगत जुड़ाव
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिर्फ एक राजनेता ही नहीं, बल्कि गोरखनाथ पीठ के महंत भी हैं। इस नाते, उनका बुढ़ियाबारी गांव से संबंध सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और पारिवारिक भी है। यही कारण है कि वे व्यक्तिगत रूप से उमेश यादव के परिवार से मिलने पहुंचे और उन्हें सांत्वना दी।
ग्रामीणों ने की मठ से विकास कार्यों की मांग
मुख्यमंत्री की यात्रा के दौरान ग्रामीणों ने मठ और प्रशासन से गांव के विकास की मांग भी रखी। कई लोगों ने गांव में सड़क निर्माण, बिजली आपूर्ति और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की अपील की। योगी आदित्यनाथ ने इस पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया और जल्द ही योजनाएं लागू करने की बात कही।
गांव के लोगों ने जताया आभार
बुढ़ियाबारी के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के इस दौरे को "भावनात्मक और प्रेरणादायक" बताया। लोगों का कहना है कि तीन पीढ़ियों से चला आ रहा यह संबंध आगे भी कायम रहेगा। यादव परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि "हमारे दुख की घड़ी में उनका आना हमारे लिए बहुत बड़ी बात है।"
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