Ghatshila Terror: जंगली हाथी ने मचाया कोहराम, रातभर दहशत में रहे ग्रामीण!
घाटशिला में जंगली हाथी का आतंक! बुधवार रात एक विशाल हाथी ने परान टुडू के घर को तोड़ दिया और धान खाकर चला गया। परिवार बाल-बाल बचा, लेकिन गांव में दहशत का माहौल! जानें, क्यों बढ़ रहे हैं हाथियों के हमले?

घाटशिला: झारखंड के घाटशिला प्रखंड के जगन्नाथपुर गांव में बुधवार रात एक जंगली हाथी ने जमकर उत्पात मचाया। बोडडीह टोला के परान टुडू के घर में घुसे इस हाथी ने दीवार तोड़ दी और अंदर रखा सारा धान चट कर गया। गनीमत रही कि घर के अंदर सो रहे आठ लोगों की जान बाल-बाल बच गई, लेकिन इस घटना ने पूरे गांव में दहशत फैला दी।
रात के सन्नाटे में आया दैत्याकार हाथी
रात के करीब 12 बजे, जब पूरा गांव गहरी नींद में था, तभी जंगल से आए इस विशाल हाथी ने परान टुडू के घर को निशाना बनाया। पहले उसने दीवार को तोड़ा, फिर अंदर घुसकर रखे अनाज को खाने लगा। परिवार के लोग अंदर ही सहमे हुए रहे और किसी तरह खुद को बचाने में सफल रहे। ग्रामीणों ने मिलकर मशाल और तेज आवाज के जरिए हाथी को भगाने की कोशिश की, जिसके बाद वह स्वर्णरेखा नदी की ओर चला गया।
क्यों हो रहे हैं हाथियों के हमले?
झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के जंगलों में हाथियों का मानव बस्तियों में आना कोई नई बात नहीं है। लेकिन हाल के वर्षों में ऐसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। वन्य जीव विशेषज्ञों का कहना है कि जंगलों के कटाव और भोजन की कमी के कारण हाथी इंसानी इलाकों में घुस रहे हैं। खासकर, फसल कटाई के मौसम में हाथी गांवों की ओर आकर्षित होते हैं।
इतिहास पर नजर डालें तो...
झारखंड, ओडिशा और बंगाल में हाथियों का प्राचीनकाल से ही मानव बस्तियों से संपर्क रहा है। पुराने जमाने में इन्हें युद्धों में इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन अब बढ़ते शहरीकरण और जंगलों की कटाई ने इनका जीवन मुश्किल बना दिया है। 1990 के बाद से हाथियों के हमलों में तेज़ी आई है, जिससे ग्रामीणों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं।
ग्रामीणों में दहशत, वन विभाग से की मुआवजे की मांग
परान टुडू और उनके परिवार ने वन विभाग से मुआवजे की मांग की है। गांव में दहशत का माहौल है, लोग रात के समय घरों से बाहर निकलने में डर रहे हैं। प्रशासन से रात्रि गश्त और सुरक्षा उपायों को लागू करने की मांग की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।
क्या करें अगर हाथी आ जाए?
शोर मचाएं, लेकिन सावधानी से
आग जलाकर या मशाल दिखाकर डराने की कोशिश करें
भीड़ इकट्ठी करें, लेकिन बहुत पास न जाएं
वन विभाग को तुरंत सूचना दें
हाथियों और इंसानों के बीच बढ़ता संघर्ष
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर वन्यजीव संरक्षण पर ध्यान नहीं दिया गया, तो भविष्य में इस तरह की घटनाएं और बढ़ सकती हैं। वन विभाग को चाहिए कि वे हाथियों के लिए सुरक्षित गलियारे (Elephant Corridors) बनाएं ताकि वे बिना बाधा के जंगलों में घूम सकें और गांवों में घुसने की घटनाएं कम हों।
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