Chaibasa Meeting Alert: होली-रमजान पर सख्त निगरानी, प्रशासन ने बनाई खास रणनीति!
पश्चिमी सिंहभूम प्रशासन ने होली और रमजान को लेकर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। जानिए, सोशल मीडिया निगरानी से लेकर हेल्थ इमरजेंसी तक की पूरी प्लानिंग!

पश्चिमी सिंहभूम जिले के समाहरणालय सभागार में उपायुक्त कुलदीप चौधरी और पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर की संयुक्त अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में होली और रमजान को लेकर विधि-व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि 13 मार्च को होलिका दहन और 14 मार्च को होली मनाई जाएगी, वहीं रमजान के दौरान मुस्लिम समुदाय रोजे रख रहा है। ऐसे में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है।
होली और रमजान पर खास सतर्कता क्यों?
भारत में त्योहारों का विशेष महत्व है, लेकिन कभी-कभी असामाजिक तत्व इन्हें भड़काने का प्रयास कर सकते हैं। इतिहास में भी कई बार प्रशासन को त्योहारों के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ी है। पश्चिमी सिंहभूम जिले में प्रशासन किसी भी अप्रिय स्थिति को रोकने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है।
क्या बोले उपायुक्त?
उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने सभी अनुमंडलाधिकारियों, प्रखंड विकास पदाधिकारियों, अंचलाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में निरंतर गश्त करने, भीड़भाड़ वाले इलाकों की निगरानी रखने और आयोजन स्थलों का भौतिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि त्योहारों के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों को जनता और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के संपर्क में रहना चाहिए ताकि किसी भी अफवाह को फैलने से पहले रोका जा सके।
सोशल मीडिया पर कड़ी नजर
आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया अफवाहों और गलत जानकारी फैलाने का एक बड़ा माध्यम बन चुका है। इसे देखते हुए उपायुक्त ने सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्र के व्हाट्सएप ग्रुपों, फेसबुक पोस्ट और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगातार नजर बनाए रखें। किसी भी भ्रामक जानकारी या अफवाह पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य सेवाएं रहेंगी अलर्ट मोड में
त्योहारों के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग को पूरी तरह सतर्क रहने को कहा गया है। उपायुक्त ने आदेश दिया कि—
सभी स्वास्थ्य केंद्र क्रियाशील रहें।
एंबुलेंस सेवाएं 24x7 उपलब्ध हों।
चिकित्सकों की विशेष तैनाती की जाए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी नियमित रूप से होटल, मिठाई दुकानों और खानपान केंद्रों की जांच करें।
पुलिस की तगड़ी तैयारी!
बैठक में पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने स्पष्ट किया कि त्योहारों के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले के सभी पुलिस बल सक्रिय रहेंगे। उन्होंने निर्देश दिया कि—
सभी पुलिस थाने अलर्ट मोड में रहेंगे।
संवेदनशील इलाकों में पुलिस गश्त बढ़ाई जाएगी।
किसी भी अप्रिय घटना पर त्वरित कार्रवाई होगी।
शांति समितियों से लगातार संपर्क रखा जाएगा।
शांति समितियों की भूमिका अहम
जिले में बनी विभिन्न शांति समितियों के सदस्यों से प्रशासन लगातार संपर्क में रहेगा। थानों को निर्देश दिया गया है कि वे शांति समिति के सदस्यों की सूची अपने कंट्रोल रूम में रखें ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत उनसे संपर्क किया जा सके।
होली-रमजान पर क्या होंगे खास सुरक्षा इंतजाम?
संवेदनशील इलाकों की निगरानी के लिए विशेष पुलिस दल बनाए गए हैं।
ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी।
अफवाहों पर रोक लगाने के लिए सोशल मीडिया मॉनिटरिंग बढ़ाई जाएगी।
त्योहारों के दौरान हेल्पलाइन नंबर जारी किए जाएंगे।
क्या कहता है इतिहास?
भारतीय प्रशासनिक व्यवस्था में त्योहारों के दौरान अतिरिक्त सतर्कता का लंबा इतिहास रहा है। पहले भी देखा गया है कि होली जैसे रंगों के त्योहारों में कुछ असामाजिक तत्व माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं, इसलिए पुलिस और प्रशासन समय रहते अपनी रणनीति बना लेते हैं। इसी तरह, रमजान के दौरान भी धार्मिक स्थलों और संवेदनशील इलाकों में प्रशासन की खास निगरानी रहती है।
पश्चिमी सिंहभूम प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि होली और रमजान के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी ज़रूरी कदम उठाए जा रहे हैं। जनता से भी अपील की गई है कि वे प्रशासन का सहयोग करें, अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें।
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