Jamshedpur Protest: बिजली संकट पर गरमाया माहौल, JDU ने थाने से लेकर अफसरों तक खोली पोल
जमशेदपुर के उलीडीह थाना क्षेत्र में बिजली की बदहाली पर जनता दल (यू) ने मोर्चा खोल दिया है। मानगो बिजली विभाग को सौंपे गए ज्ञापन में कई इलाकों की गंभीर समस्याएं उठाई गई हैं, जिनके समाधान की मांग की गई है।

जमशेदपुर की बिजली व्यवस्था को लेकर जनता का गुस्सा अब आंदोलनों की शक्ल ले चुका है। उलीडीह थाना क्षेत्र के तमाम मोहल्लों में बिजली की बदहाली ने लोगों को सड़कों पर उतरने को मजबूर कर दिया है। जनता दल (यूनाइटेड) की उलीडीह थाना समिति ने मानगो स्थित जेबीवीएनएल के कार्यपालक अभियंता से मिलकर एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा, जिसमें क्षेत्र की प्रमुख बिजली समस्याओं की तरफ ध्यान आकृष्ट कराया गया।
लेकिन सवाल ये है – जमशेदपुर जैसे औद्योगिक शहर में जहां कभी टाटा स्टील और बिजली की चमक दोनों ही विकास के प्रतीक माने जाते थे, वहां अब बिजली की इतनी बुरी हालत कैसे हो गई?
पुराने तार, झूलते पोल और कमज़ोर ट्रांसफॉर्मर – जनता त्रस्त
ज्ञापन में सबसे प्रमुख रूप से जवाहरनगर रोड नंबर 4 का ज़िक्र किया गया, जहां कई स्थानों पर पुराने बिजली तार अब दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे हैं। ये तार अब भी केबलिंग से अछूते हैं, जिससे हर बारिश के साथ लोगों की जान पर बन आती है।
एमजीएम रिपीट कॉलोनी की स्थिति भी कुछ अलग नहीं है। यहां सड़क से सटे तार इतने नीचे लटक रहे हैं कि किसी भी वक्त कोई बड़ा हादसा हो सकता है। लोगों ने इन्हें सुरक्षित ऊंचाई पर खींचने की मांग की है।
रामकृष्ण कॉलोनी की कहानी तो मानो बिजली संकट की जीवंत मिसाल है। यहां ट्रांसफॉर्मर पूरी तरह से ओवरलोड हो चुका है। कई बार फ्यूज उड़ जाने और बिजली गुल रहने की घटनाएं अब आम हो गई हैं।
पूरे मानगो इलाके की फीडिंग प्रणाली पर उठे सवाल
ज्ञापन में बताया गया कि मानगो फीडर-1 और फीडर-2 की प्रणाली खुद जवाब दे चुकी है। इन फीडरों के चलते पूरा क्षेत्र अनियमित बिजली आपूर्ति से जूझ रहा है। इसके चलते ना सिर्फ आम लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है, बल्कि छोटे व्यापारियों की कमाई भी प्रभावित हो रही है।
दीपाशाही, डिमना कुमरूम बस्ती, महावीर कॉलोनी जैसे इलाकों में नए पोल की ज़रूरत है। कई जगहों पर ट्रांसफॉर्मर की क्षमता से ज्यादा लोड पड़ रहा है, जिससे बार-बार फाल्ट हो रहे हैं।
ज्ञापन सौंपा गया, अफसरों ने दिए आश्वासन
जद (यू) उलीडीह थाना अध्यक्ष प्रवीण सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि सभी समस्याओं का समाधान जल्द किया जाए। कार्यपालक अभियंता ने समस्याओं को गंभीरता से लेने की बात कही और त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इस दौरान जद (यू) जिला प्रवक्ता आकाश शाह, जिला सचिव प्रेम सक्सेना, मनोज गुप्ता, संजय कुमार सिंह, अभिजीत सेनापति, संगीता शर्मा, योगेंद्र साहू सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
इतिहास से सबक जरूरी
गौरतलब है कि जमशेदपुर, जो एक जमाने में "इंडस्ट्रियल पावर हब" के नाम से जाना जाता था, वहां बिजली संकट एक चिंता का विषय है। जेबीवीएनएल की व्यवस्था पर पिछले कई वर्षों से सवाल उठते रहे हैं, लेकिन ठोस सुधार की कोई स्थायी पहल नहीं दिखी है।
जनता पूछ रही है – "कब मिलेगा रोशनी वाला जमशेदपुर?"
अब जनता यह जानना चाहती है कि केवल ज्ञापन और वादों से क्या असल बदलाव आएगा? क्या वाकई जेबीवीएनएल जल्द कोई सुधारात्मक कदम उठाएगा, या फिर गर्मियों में अंधेरे में बैठने की मजबूरी इस बार भी जारी रहेगी?
जवाब अब कार्रवाई में ही मिलेगा।
क्या आप भी जमशेदपुर के किसी इलाके में बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं? बताएं हमें अपनी कहानी।
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