Chakulia Rampage: हाथियों का तांडव, आटा चक्की में मचाई तबाही, दो गायों को किया बुरी तरह जख्मी
चाकुलिया के चौठिया गांव में दो जंगली हाथियों ने आटा चक्की में घुसकर मचाई तबाही, दो गायों को बुरी तरह जख्मी किया। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर हाथियों को खदेड़ा। पढ़ें पूरी खबर।
चाकुलिया, 13 नवंबर: चाकुलिया प्रखंड के चौठिया गांव में बुधवार तड़के करीब तीन बजे दो जंगली हाथियों ने पूरे गांव में हड़कंप मचा दिया। ये हाथी गांव के नंद भोग आटा चक्की में घुसकर दो गायों को बुरी तरह जख्मी कर गए। इसके अलावा हाथियों ने आटा चक्की के पीछे स्थित गेट को भी तोड़ दिया और चक्की में लगे केले के पौधों को भी तहस-नहस कर दिया। इस हमले ने गांव में अफरातफरी मचा दी, लेकिन वन विभाग की क्विक रिस्पांस टीम ने समय रहते कार्रवाई करते हुए हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ दिया।
हाथियों का तांडव: गांव में मची अफरातफरी
गांव के आटा चक्की मालिक अजय कुमार शर्मा ने बताया कि बुधवार को तड़के करीब तीन बजे जब सभी लोग सो रहे थे, तभी अचानक दो जंगली हाथी आटा चक्की के पास पहुंच गए। इन हाथियों ने पहले गोहाल में बंधी दो गायों को अपनी चपेट में लिया और उन्हें बुरी तरह जख्मी कर दिया। इसके बाद हाथियों ने आटा चक्की के पीछे स्थित गेट को तोड़ डाला और चक्की में लगे केले के पौधों को भी नष्ट कर दिया। हाथियों की यह उत्पातपूर्ण हरकत देखते ही गांववाले घबराकर बाहर निकल आए।
क्विक रिस्पांस टीम की तत्परता से बची स्थिति
जैसे ही घटना की सूचना मिली, वन विभाग की क्विक रिस्पांस टीम मौके पर पहुंची और तुरंत कार्रवाई शुरू की। टीम ने हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ दिया, जिससे और कोई नुकसान नहीं हुआ। यदि वक्त रहते वन विभाग की टीम नहीं पहुंचती, तो स्थिति और भी विकट हो सकती थी। गांववालों ने वन विभाग के कर्मचारियों की तत्परता की सराहना की और उन्हें धन्यवाद दिया।
क्या है इस प्रकार के हादसों का कारण?
चाकुलिया क्षेत्र में इस तरह के जंगली हाथियों के हमले कोई नई बात नहीं है। अक्सर जंगली हाथी खेती के इलाकों में घुसकर फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। गांवों में हाथियों का आना-पहुँचना अब आम हो गया है, लेकिन कभी-कभी ये हाथी लोगों और उनके पालतू जानवरों के लिए खतरा बन जाते हैं। वन विभाग द्वारा समय-समय पर हाथियों के मार्ग को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए जाते हैं, लेकिन फिर भी इनकी आबादी बढ़ने और जंगलों में उनके रहने के स्थान में कमी के कारण ऐसे हादसों में वृद्धि हो रही है।
गांववालों का सुरक्षा को लेकर सवाल
इस घटना के बाद गांववासियों ने सुरक्षा उपायों को लेकर चिंता जताई है। उनका कहना है कि अगर हाथियों को जंगल से बाहर आने से रोका नहीं गया, तो भविष्य में और भी ऐसी घटनाएं हो सकती हैं। स्थानीय लोग अब वन विभाग से सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने की उम्मीद कर रहे हैं ताकि उनके जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
संबंधित अधिकारियों का बयान
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस घटना को गंभीरता से लिया गया है और आगे भी ऐसे हमलों को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखी जाएगी। विभाग ने कहा कि हाथियों की संख्या बढ़ने के कारण कई बार वे जंगलों से बाहर आकर खेती-बाड़ी और गांवों में घुस जाते हैं, लेकिन इस दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
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