सोनुआ में हत्या की साजिश का पर्दाफाश: मृतक के भाई ने रची थी हत्या
सोनुआ थानांतर्गत बैधमारा गांव के पास हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा किया। मृतक के सगे भाई ने पैसों के लालच में रची हत्या की साजिश। पढ़ें पूरी कहानी।
04 दिसम्बर, 2024: सोनुआ थाना क्षेत्र के बैधमारा गांव के समीप कारगिल पुलिया के पास हाल ही में हुई युवक की हत्या का पुलिस ने अब खुलासा कर दिया है। इस मामले का मुख्य आरोपी मृतक का सगा भाई सागर महतो निकला है, जिसने पैसों के लालच में अपने ही भाई 26 वर्षीय तरुण महतो उर्फ टीनू की हत्या की साजिश रची थी।
हत्या की घटना और पुलिस की सतर्कता
पुलिस के अनुसार, घटना के बाद मृतक का कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकाला गया, जिससे पुलिस को शक हुआ कि हत्या में सागर महतो शामिल हो सकता है। जांच के दौरान पता चला कि सागर ने फोन कर अपने भाई को बुलाया था और अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया।
29 नवंबर 2024 को पुलिस को कारगिल पुलिया के पास झाड़ियों से एक शव मिला, जिसकी पहचान सोनुआ के महुलड़िहा निवासी तरुण महतो के रूप में हुई। शव मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया।
सागर महतो का चालाकी से मामला दर्ज करवाना
मामले के मास्टरमाइंड सागर महतो ने मामले को गुमराह करने के लिए सोनुआ थाना में खुद ही हत्या की शिकायत दर्ज करवाई थी, ताकि पुलिस उसकी तरफ शक न कर सके। लेकिन पुलिस ने पाँच दिन के भीतर इस जघन्य अपराध का पर्दाफाश कर दिया।
गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस ने कराईकेला में छापेमारी कर हत्या में शामिल आरोपी लखन पूर्ति उर्फ लाण्डु को गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया। लखन की निशानदेही पर हत्या में उपयोग की गई मोटरसाइकिल और अन्य सबूत भी बरामद किए गए, जिसमें एक काला रंग का की पैड मोबाइल भी शामिल है।
मुख्य आरोपी सागर महतो और उसके अन्य सहयोगी फिलहाल फरार हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए जोर-शोर से छापेमारी अभियान चला रही है। इस अभियान में सोनुआ थाना प्रभारी संजय कुमार नायक, एसआई डेविड मिंज, मनोज कुमार रजक और सैट 54 के जवान शामिल हैं।
अपराध की जड़: पैसों का लालच
यह मामला इस बात की ओर इशारा करता है कि किस तरह से परिवार के भीतर पैसों के लालच में रिश्तों की सीमा टूट सकती है। सागर महतो का तरुण महतो की हत्या के पीछे पैसे की लालसा होना परिवार और समाज के लिए एक बड़ा झटका है।
पुलिस की तत्परता और सफलता
सोनुआ पुलिस की तत्परता और कुशल नेतृत्व ने इस मामले का शीघ्र समाधान किया, जिससे अपराधियों को कानूनी दायरे में लाया जा सके। इस घटना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि यदि पुलिस को समय पर सूचना और सहयोग मिले, तो कोई भी जघन्य अपराध सुलझाया जा सकता है।
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