घोड़ाबंधा में "जय श्रीराम" कहने पर हमला, एनडीए प्रत्याशी ने की दोषियों पर कार्रवाई की मांग
जमशेदपुर के घोड़ाबंधा क्षेत्र में "जय श्रीराम" बोलने पर पंसस आशीष पाल पर हमला किया गया। जानें कैसे एनडीए प्रत्याशी रामचंद्र सहिस ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
घोड़ाबंधा, 14 नवंबर 2024: जमशेदपुर के पूर्वी घोड़ाबंधा क्षेत्र में बुधवार रात पंचायत समिति सदस्य आशीष पाल पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा हमला किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि यह हमला जय श्रीराम बोलने और गौ रक्षा के प्रति उनकी सक्रिय भूमिका के कारण हुआ। इस हमले ने धार्मिक स्वतंत्रता और कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या हुआ था घटना के दौरान?
घटना के अनुसार, आशीष पाल रात करीब 10:30 बजे भाजपा कार्यालय से अपने घर लौट रहे थे, तभी मदन गोराई, राजू राणा और कुछ अन्य लोग उन पर हमला करने के लिए रास्ते में आ गए। हमलावरों ने आशीष को न केवल शारीरिक रूप से चोट पहुँचाई, बल्कि उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी।
इस दौरान मदन गोराई ने आशीष से कहा, "तुम गौ रक्षा करते हो और जय श्रीराम बोलते हो, तो हम तुम्हें घोड़ाबंधा में नहीं रहने देंगे।" इतना ही नहीं, राजू राणा ने आशीष की रुद्राक्ष माला को जबरन खींच लिया और उसे दूर फेंक दिया, वहीं मदन गोराई ने उनके माथे पर लगा धार्मिक चंदन टीका भी जबरन मिटा दिया।
क्यों हुआ यह हमला?
आशीष पाल का कहना है कि यह हमला उनके धार्मिक आस्थाओं और व्यक्तिगत सुरक्षा पर हमला था। वह घटना के बाद बहुत डर और आहत महसूस कर रहे हैं। उन्होंने इस हमले की लिखित शिकायत गोविंदपुर थाना में दर्ज कराई है।
आशीष का कहना है, "यह हमला केवल मेरे खिलाफ नहीं बल्कि हमारे धार्मिक विश्वासों और स्वतंत्रता पर किया गया है।" उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की घटनाओं से हिंदू समाज में नफरत की भावना फैलती है, जो पूरी तरह से गलत है।
एनडीए प्रत्याशी रामचंद्र सहिस ने की सख्त कार्रवाई की मांग
इस घटना के बाद, एनडीए प्रत्याशी रामचंद्र सहिस गुरुवार को आशीष पाल से मिलने उनके घर पहुंचे। उन्होंने इस हमले पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा, "भाजपा और आजसू के कार्यकर्ता इस तरह के हमलों से डरने वाले नहीं हैं। हम दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शने नहीं देंगे।"
रामचंद्र सहिस ने गोविंदपुर थाना प्रभारी से मुलाकात की और इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने दोषियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए प्रशासन से कड़ी अपील की है।
भाजपा और आजसू की कड़ी प्रतिक्रिया
भा.ज.पा और आजसू नेताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती हैं, बल्कि यह कार्यकर्ताओं के मनोबल को भी गिराती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि झामुमो के लोग अब जय श्रीराम कहने पर भी पाबंदी लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
भा.ज.पा और आजसू ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला बताते हुए प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
कई नेताओं ने किया विरोध प्रदर्शन
इस दौरान रामचंद्र सहिस, कन्हैया सिंह, गणेश सोलंकी, कमलेश सिंह, राधेश्याम सिंह, पवन सिंह समेत सैकड़ों कार्यकर्ता इस हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने की मांग की कि इस तरह की घटनाओं पर पूरी तरह से काबू पाया जाए और दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाए।
घोड़ाबंधा में हुआ यह हमला सिर्फ एक व्यक्तिगत हमला नहीं बल्कि धार्मिक स्वतंत्रता और कानून व्यवस्था पर हमला था। भाजपा और आजसू नेताओं का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं राजनीतिक शुचिता को खत्म कर रही हैं और अराजकता को बढ़ावा दे रही हैं। ऐसे में प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न घटित हों।
इस मामले पर प्रशासन को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि घोड़ाबंधा जैसे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा का माहौल बना रहे।
What's Your Reaction?