Pilibhit: किशोरी ने छेड़छाड़ से आहत होकर किया तेजाब से आत्महत्या का प्रयास, दो आरोपी गिरफ्तार
पीलीभीत में छेड़छाड़ से आहत किशोरी ने आत्महत्या का प्रयास किया। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। जानें पूरी कहानी और पुलिस की कार्रवाई।
1 दिसंबर 2024: यूपी के पीलीभीत जिले से एक हृदयविदारक मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। सुनगढ़ी कोतवाली पुलिस ने शनिवार को बताया कि एक किशोरी ने खुद को छेड़छाड़ और ब्लैकमेलिंग के आरोपियों से परेशान होकर तेजाब पीकर आत्महत्या का प्रयास किया। इस घटना में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पीड़िता का इलाज बरेली के अस्पताल में चल रहा है।
क्या था पूरा मामला? क्षेत्राधिकारी (सीओ) सिटी दीपक चतुर्वेदी ने मीडिया को जानकारी दी कि पीड़िता की उम्र साढ़े सत्रह वर्ष है। 23 नवंबर को वह अपने गांव में जा रही थी, जब रास्ते में एक युवक ने उसे रोककर अश्लील हरकत की और छेड़छाड़ की। इस घिनौनी घटना का एक साथी ने वीडियो बना लिया और फिर उसे ब्लैकमेल करने लगे। आरोपी ने पीड़िता को धमकी दी कि यदि उसने किसी को बताया तो वीडियो को वायरल कर दिया जाएगा और जान से मारने की भी धमकी दी।
आत्महत्या का प्रयास और पुलिस की कार्रवाई घटना से गहरे सदमे में आई किशोरी ने शुक्रवार देर शाम घर में रखा तेजाब (टॉयलेट क्लीनर) पी लिया। उसकी हालत बिगड़ने पर परिवार वाले उसे मेडिकल कॉलेज लेकर गए, जहां से उसे बरेली रेफर कर दिया गया। पुलिस ने एसएचओ पवन कुमार पांडेय के नेतृत्व में आरोपी के खिलाफ छानबीन की और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से एक आरोपी दूसरे समुदाय का बताया जा रहा है।
पुलिस की तत्परता और पीड़िता की स्थिति पुलिस की एक टीम पीड़िता के इलाज और देखरेख के लिए बरेली के अस्पताल में भेजी गई है। जहां किशोरी की हालत को खतरे से बाहर बताया गया है। सीओ दीपक चतुर्वेदी ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उनकी पूछताछ जारी है।
महत्वपूर्ण सवाल: क्या यह मामला सामाजिक जागरूकता की कमी को दर्शाता है? इस तरह की घटनाएं समाज में बढ़ती असुरक्षा को दर्शाती हैं। जहां एक किशोरी को अपने आत्मसम्मान और सुरक्षा के लिए इतना गंभीर कदम उठाना पड़ता है, यह सोचने का विषय है कि हमें इस समस्या से कैसे निपटना चाहिए। स्कूलों और समाज में शिक्षा और जागरूकता बढ़ाकर, हम इस प्रकार की घटनाओं को रोक सकते हैं।
समाज में सुरक्षा का महत्व इस मामले ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या हमारे समाज में महिलाओं और नाबालिगों की सुरक्षा को लेकर पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस और प्रशासन को ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए ताकि लोगों का विश्वास बना रहे और समाज में असुरक्षा की भावना न हो।
अंत में, यह घटना पीलीभीत के लोगों के लिए एक चेतावनी है कि ऐसे मामलों में सतर्कता और जागरूकता जरूरी है। साथ ही, समाज के हर वर्ग को जिम्मेदारी लेनी होगी ताकि नाबालिगों और महिलाओं के साथ ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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