Koderma Tragedy: शौच से लौट रहे बुजुर्ग को ट्रेन ने रौंदा! बहरेपन के कारण नहीं सुनी दिल्ली-गोड्डा एक्सप्रेस की आवाज, घर में मातम !

क्या एक छोटी सी शारीरिक कमजोरी बनी परमेश्वर साव की दर्दनाक मौत का कारण? कोडरमा के मोरियांवा में रेलवे ट्रैक पार करते समय दिल्ली-गोड्डा एक्सप्रेस की चपेट में आए 65 वर्षीय वृद्ध के साथ क्या हुआ? उनके बहरेपन और हादसे के बीच क्या संबंध है? जानें पूरा हृदय विदारक घटनाक्रम, जिसने पूरे परिवार को रोने पर मजबूर कर दिया!

Oct 28, 2025 - 19:00
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Koderma Tragedy: शौच से लौट रहे बुजुर्ग को ट्रेन ने रौंदा! बहरेपन के कारण नहीं सुनी दिल्ली-गोड्डा एक्सप्रेस की आवाज, घर में मातम !
Koderma Tragedy: शौच से लौट रहे बुजुर्ग को ट्रेन ने रौंदा! बहरेपन के कारण नहीं सुनी दिल्ली-गोड्डा एक्सप्रेस की आवाज, घर में मातम !

कोडरमा, 28 अक्टूबर 2025 – झारखंड के कोडरमा जिले के तिलैया थाना क्षेत्र के मोरियांवा गांव में मंगलवार की सुबह एक अत्यंत दुखद और हृदय विदारक रेल हादसा हुआ, जिसने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया। 65 वर्षीय परमेश्वर साव की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। यह घटना उन अनदेखी खतरों की याद दिलाती है, जो झारखंड के ग्रामीण इलाकों में रेलवे ट्रैक के पास रहने वाले लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुके हैं।

सुबह का नित्यानियम बना 'मौत का सफर'

मोरियांवा गांव निवासी परमेश्वर साव मंगलवार की सुबह करीब 8 बजे अपने दैनिक नित्यानियम के तहत शौच के लिए गांव के पास स्थित कोडरमा-गिरिडीह रेलवे ट्रैक पार करके गए थे।

  • दर्दनाक मोड़: शौच के बाद जब वह घर लौटने के लिए रेलवे ट्रैक को पार कर रहे थे, तभी तेजी से आती हुई दिल्ली-गोड्डा एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में गए।

  • मौके पर ही मौत: ट्रेन की टक्कर इतनी जोरदार थी कि परमेश्वर साव की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

बहरेपन का अभिशाप: क्या ट्रेन की आवाज नहीं पहुँची कानों तक?

इस दुखद हादसे का सबसे संवेदनशील और चौंकाने वाला पहलु मृतक का बहरापन है। परिजनों और स्थानीय लोगों ने बताया कि परमेश्वर साव को कम सुनाई देता था।

संभवतः इसी शारीरिक कमजोरी के चलते वह ट्रेन के तेज हॉर्न या आगमन की आवाज को नहीं सुन पाए, और जब तक उन्हें ट्रेन के करीब होने का अंदाजा हुआ, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों में रेलवे ट्रैक पार करने वाले वृद्धों और शारीरिक रूप से कमजोर लोगों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा करती है।

घर में मातम: तीन पुत्रों का रो-रोकर बुरा हाल

हादसे की खबर सुनते ही परमेश्वर साव के परिवार में कोहराम मच गया। मृतक के तीन पुत्रों समेत पूरा परिवार तुरंत घटनास्थल पर पहुँचा।

परिजनों ने भारी मन से शव को रेलवे ट्रैक से उठाया और अंतिम संस्कार के लिए अपने घर ले गए। घर में मातम पसरा हुआ है। पिता की अचानक हुई इस दर्दनाक मौत से पुत्रों और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।

तिलैया पुलिस ने घटना की जानकारी लेकर आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा किया है। यह हादसा एक बार फिर झारखंड में खुले रेलवे ट्रैक के आसपास रहने वाले लोगों के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की जरूरत को रेखांकित करता है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।