Jamshedpur Shock: छठ हादसे में तीन मौतें! बेटे को बचाने गए पिता भी डूबे, सरयू राय तुरंत पहुंचे कांदरबेड़ा घाट, क्या रही सुरक्षा में कमी
छठ महापर्व के पवित्र माहौल में जमशेदपुर कांदरबेड़ा घाट पर एक ही परिवार के तीन सदस्यों की दर्दनाक मौत क्यों हुई? विधायक सरयू राय को सूचना मिलते ही वह क्यों दौड़े घटनास्थल पर? क्या थी वह भयानक परिस्थिति जब पिता संजय सिंह अपने बच्चों को बचाने के लिए पानी में कूद गए? जानें हादसे और पूजा के बीच की पूरी कहानी।
जमशेदपुर, 28 अक्टूबर 2025 – लोक आस्था का महापर्व छठ जमशेदपुर में इस बार खुशी और भक्ति के साथ एक गहरे दुख को भी साथ ले आया। कांदरबेड़ा स्थित स्वर्णरेखा नदी घाट पर एक अत्यंत दर्दनाक हादसा हुआ, जहां डूबने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। इस हृदय विदारक घटना की खबर मिलते ही जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए और तत्काल घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े।
बेटों को बचाने की कोशिश: एक पिता का सर्वोच्च बलिदान
बताया जा रहा है कि यह हादसा उस समय हुआ जब छठ पर्व के दौरान लोग नदी के जल में खड़े होकर अर्घ्य दे रहे थे। हादसे में जिन तीन लोगों की जान गई, उनमें प्रतीक यादव और आर्यन यादव शामिल थे।
सबसे बड़ी त्रासदी तो यह रही कि प्रतीक के पिता संजय सिंह ने अपने बच्चों को डूबने से बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी। हालांकि, अंधेरे और नदी के गहरे पानी के कारण वह भी उन्हें बंसा नहीं सके और डूब गए। इस घटना ने न केवल जमशेदपुर, बल्कि पूरे झारखंड को हिलाकर रख दिया है। प्रशासन और स्थानीय गोताखोरों की मदद से तीनों शवों को बरामद कर लिया गया है, लेकिन परिवार में पसरा मातम पूरे माहौल को गमगीन कर गया है।
विधायक सरयू राय ने जताया गहरा दुख
घटना की सूचना मिलते ही विधायक सरयू राय ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया। राजनीतिक गलियारों में अपनी स्पष्टवादिता और सक्रियता के लिए जाने जाने वाले श्री राय, तत्काल कांदरबेड़ा घाट पहुंचे।
उन्होंने घटनास्थल पर पहुँचकर पूरे हादसे की जानकारी ली और पीड़ित परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की। यह घटना उन सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी कई सवाल खड़े करती है जो झारखंड में अक्सर छठ जैसे महापर्वों के दौरान नदी घाटों पर देखने को मिलती हैं।
छठ के पवित्र अनुष्ठान में हुए शामिल राय
इस दुखद घटना के बावजूद, विधायक सरयू राय ने छठ महापर्व की अपनी आस्था को बनाए रखा।
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खटीक समाज के बीच: हादसे से पहले, श्री राय खटीक समाज द्वारा आयोजित छठ पूजा के प्रसाद वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए और लोगों से मुलाकात की।
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पारिवारिक पूजा: आज सुबह (उगते सूर्य को अर्घ्य के दिन) उन्होंने अपने भतीजे आशुतोष राय के निवास स्थान पर आयोजित छठ महापर्व में शामिल होकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया और सभी के लिए मंगल कामना की।
उधर, जमशेदपुर के गोलमुरी केबल टाउन स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिड़ला मंदिर) परिसर में भी छठ व्रतधारियों ने पूरे विधि विधान से पूजा-अर्चना की, जहां भक्ति का माहौल बना रहा।
यह घटना एक तरफ जहां छठ पर्व की अटूट आस्था को दर्शाती है, वहीं दूसरी ओर नदी घाटों पर सुरक्षा के अति आवश्यक इंतजामों की ओर प्रशासन का ध्यान भी खींचती है।
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